उत्तर प्रदेश में आबकारी विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद ज़हरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को प्रतापगढ़ में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो जाने से एक बार फिर हड़कंप मच गया है.
ज़हरीली शराब से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी को देखते हुए शासन द्वारा इस मामले में कड़ी कारज़्वाई की गई है. शासन ने प्रतापगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी राजेश कुमार सिंह समेत 3 को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. संबंधित थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष, दरोगा और 2 सिपाहियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है.
प्रतापगढ़ में जहरीली शराब से हुई मौतों की सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुंचे प्रयागराज के आईजी कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रतापगढ़ के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के रामपुरदाबी गांव में बीते 2 दिनों में अधिक मात्रा में देशी शराब पीने से 1 महिला समेत 4 कई मौत हो गई है. देशी शराब बेचने वाले बाबू लाल पटेल समेत उसकी पत्नी और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके साथियों की भी तलाश की जा रही है. उन्होंने इसे गंभीर घटना करार दिया है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (आबकारी) संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि आगामी पंचायत चुनाव और होली के त्योहार को देखते हुए पहले ही प्रदेश भर में बड़े स्तर पर अभियान चलाकर अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे.
पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ सख्त अभियान भी चलाया जा रहा था, लेकिन इसके बावजूद प्रतापगढ़ में ज़हरीली शराब से हुई मौत के मामले में आबकारी विभाग के अफसरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. उन्होंने बताया कि प्रतापगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी राजेश कुमार सिंह और संबंधित क्षेत्र के आबकारी इंस्पेक्टर शंकर लाल समेत बीट कांस्टेबल राम भजन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इस पूरे मामले की पूरी जांच कराकर इसके अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं.