लखनऊ। खनन व गैंगरेप के आरोपित पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति बीते 75 दिन से केजीएमयू में भर्ती हैं। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही हैं।
पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को
बीते तीन मई को पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को केजीएमयू लाया गया था। यहां यूरोलॉजी विभाग के डॉ. भूपेंद्र ने उन्हें देखा। भर्ती की सलाह दी। उसके बाद पूर्व मंत्री को यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष व सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार के अधीन तबादला कर दिया गया। डॉ. शंखवार ने बताया कि पूर्व मंत्री को पेशाब संबंधी परेशानी थी। जांच कराई गई तो शरीर में शुगर का स्तर बढ़ा पाया गया। गुर्दे की सेहत की जांच कराई गई तो क्रिटिनाइन 10 पाया गया। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री गायत्री को ब्लड प्रेशर की वजह से गुर्दा संबंधी परेशानी हुई है।
गायत्री के इलाज की दिशा तय करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गठित की। पहली जुलाई और दूसरी बार आठ जुलाई को उनकी सेहत की जांच हुई।
पूर्व मंत्री के इलाज में केजीएमयू डॉक्टरों की टीम जुटी है। इसके बावजूद बीमारी काबू में नहीं आ रही है। यही वजह है कि लगातार करीब ढ़ाई महीने से भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि दवाओं से इलाज चल रहा है। लिहाजा उन्हें क्यों भर्ती किया गया?