कानपुर। उप्र के राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार को कानपुर में कहा कि निकाय चुनाव में ईवीएम की शिकायतों पर चुनाव आयोग से जाँच को कहा गया है। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। चुनाव के बाद आयोग से रिपोर्ट मांगी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का कोई सीएम नहीं होता, कोई भी सरकार हो राज्यपाल की होती है। यह उदगार उन्होंने राज्यपाल कानपुर में चौबेपुर के गौरी लक्खा गांव में गंगा-गाय बचाओ महासम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिक मतदान वाले 5-5 नगर निगम और नगर पालिका के लोगों को राजभवन में सम्मानित किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि गंगा इतनी अधिक मैली हो चुकी है कि अब वहां का पानी पीने का मतलब है बीमारी को न्योता देना, जबकि हमारे यहां मान्यता थी की गंगा जल की दो बूँद से मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि गंगा में चार लाख टन कचरा फेंका जाता है। गंगा और गाय के लिए सरकार काम कर रही है पर जनता को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। जब तक गाय दूध देती है तो गाय माता और दूध देना बंद कर दे तो घर से बाहर छोड़ कर लावारिस बना दिया जाता है जो गलत है। जब बुजुर्ग माता-पिता को घर से नहीं निकलते, तो गाय माता को क्यों? गौरी लक्खा में खोली जा रही गौशाला को उन्होंने कहा कि यह देश की पहली गौशाला होगी, जहां दिव्यांग गाय की सेवा होगी।
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