देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से लागू लॉकडाउन का अभी तीसरा चरण चल है. लॉकडाउन में सभी आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियां बंद होने से अर्थव्यवस्था मंद पड़ चुकी है. यहीं कारण है कि अब सरकार लॉकडाउन में धीरे-धीरे छूट देना आरंभ कर दिया है. देश में लागू लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को खत्म होने वाला है, लेकिन इससे पहले ऑटो कंपनियों का कामकाज ट्रैक पर आने लगा है. बीते कुछ दिनों में हुंडई सहितत कई ऑटो कंपनियों ने अपने प्लांट शुरू कर दिए हैं.
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने भी 50 दिन बाद अपने मानेसर प्लांट में परिचालन शुरू कर दिया है. मानेसर और गुरुग्राम प्लांट में परिचालन 22 मार्च से निलंबित कर दिया गया था.मारुति सुजुकी इंडिया के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मानेसर प्लांट में उत्पादन शुरू हो गया है और पहली कार आज तैयार हो रही है.
उन्होंने कहा कि इस समय 75 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ सिंगल शिफ्ट के आधार पर परिचालन किया जा रहा है. पूरी क्षमता के साथ कामकाज कब तक शुरू होगा, इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह सरकार के नियमों पर निर्भर करेगा.
हालांकि मारुति का गुरुग्राम प्लांट अब भी बंद है. इसके शुरू होने के बारे में भार्गव ने कहा कि वहां काम शुरू होगा, लेकिन अभी नहीं. हरियाणा सरकार ने 22 अप्रैल को कंपनी को मानेसर प्लांट फिर शुरू करने की अनुमति दी थी, लेकिन कंपनी ने कहा था कि वह तभी परिचालन शुरू करेगी, जब उत्पादन की निरंतरता और वाहनों की बिक्री संभव होगी.
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन की वजह से अप्रैल में मारुति सुजुकी की एक भी कार नहीं बिक सकी है. ऐसा पहली बार हुआ कि अप्रैल में मारुति सुजुकी ने एक भी गाड़ी नहीं बेची. बंदरगाहों के खुलने के बाद कंपनी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है. वहीं मार्च में मारुति की बिक्री 47 प्रतिशत घटकर 83,792 इकाई रह गई थी. हालांकि लॉकडाउन में ढील के बाद मारुति सुजुकी ने अब कारों की बिक्री शुरू कर दी है.