रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल उच्च शिक्षा में प्रदेश को गौरवशाली स्थान दिलाने के प्रति सजग रहती है। पिछले दिनों में एक ऑनलाइन कार्यक्रम में उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने का आह्वान किया था। इसी के साथ उन्होंने ए ग्रेड हासिल करने की दिशा में प्रयास करने पर बल दिया था। आज उन्होंने कहा कि बेहतर उच्च शिक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। इसके दृष्टिगत उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी विश्वविद्यालयों के कुलपति के साथ हफ्ते में एक बार बैठक अवश्य करें।
जिससे विश्वविद्यालयों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। इसके साथ ही वे स्वयं विश्वविद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां की स्थिति का जायजा लें,जिससे समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण हो सके। विश्वविद्यालय शिक्षकों और कर्मचारियों की समयबद्ध प्रोन्नति होनी चाहिए। जिससे उनका मनोबल बना रहे। विश्वविद्यालय राज्य सरकार पर बोझ न बनें, बल्कि आत्मनिर्भर बनने के लिए आय के स्रोत तलाशें। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार दो तीन विश्वविद्यालयों का चयन कर उसे पूरा सपोर्ट दे जिससे वे नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड हासिल कर सकें, क्योंकि प्रदेश का कोई भी विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त नहीं कर सका है।
राजभवन लखनऊ विश्वविद्यालय की समस्याओं के समाधान एवं शताब्दी वर्ष समारोह मनाये जाने के संबंध में एक बैठक का आयोजन हुआ। राज्यपाल ने कहा कि उप मुख्यमंत्री प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भी हैं। उनके दिशा निर्देशन में ऐतिहासिक और भव्य शताब्दी समारोह आयोजन की रूपरेखा बनानी चाहिए। बैठक में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा,उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव,महेश कुमार गुप्ता,अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग,अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल,लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय एवं राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी श्री केयूर सम्पत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।