भारत और चीन के बीच गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है. इसी बीच शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि देश जानना चाहता है कि क्या चीन ने लद्दाख में हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया है तो फिर हमारे 20 जवान कैसे शहीद हो गए.
सोनिया गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री का कहना है कि चीन ने घुसपैठ नहीं की लेकिन वहीं दूसरी तरफ रक्षा और विदेश मंत्रालय लगातार बातचीत करता रहा. आज जब हम अपने शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, तो भारत जानना चाहता है कि हमारे 20 सैनिक गलवां घाटी में कैसे और क्यों शहीद हुए. सोनिया से पहले राहुल गांधी भी सरकार से पूछते रहे हैं कि क्या चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है.
कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि लद्दाख के पेंगोंग त्सो और गलवां घाटी के बाद चीन के सैनिक डेपसांग इलाके में भी भारतीय सीमा के अंदर घुस आए हैं और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की घुसपैठ से लगातार इनकार कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें देश की सीमाओं से ज्यादा अपनी छवि की चिंता है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षा राज्य मंत्री पल्लम राजू और भंवर जितेंद्र सिंह ने यह दावा भी किया कि चीन के साथ गतिरोध न सिर्फ खुफिया विफलता है, बल्कि इस सरकार की व्यक्ति केंद्रित कूटनीति की नाकामी भी है. राजू ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘इस मुश्किल समय में हम देश और अपनी सेना के साथ खड़े हैं, लेकिन सरकार से सवाल पूछना जारी रखेंगे.
राहुल ने पूछा- क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया
राहुल गांधी ने लद्दाख में गतिरोध को लेकर 23 जून सवाल किया था कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एवं अपने पिता राजीव गांधी द्वारा लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील की ली गई एक तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए यह भी कहा कि चीनी आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं. राहुल गांधी ने सवाल किया, क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है?