शॉर्ट विडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म TikTok को भारत में बैन कर दिया गया है और ऐसा यूजर्स के डेटा की सेफ्टी और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर किया गया. एक बार फिर इस चाइनीज प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्यवाही की गई है और साउथ कोरिया में ऐप पर बड़ा जुर्माना लगा है. आरोप है कि टिकटॉक ने बच्चों से जुड़े डेटा का गलत इस्तेमाल किया. ऐप पर 155,000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है.
द कोरिया कम्युनिकेशंस कमीशन (केसीसी) ने चाइनीज कंपनी पर 186 मिलियन वॉन (करीब 1.1 करोड़ रुपये) का फाइन लगाया है. बता दें कि केसीसी दरअसल कोरिया में टेलिकम्युनिकेशंस और डेटा से जुड़े सेक्टर्स में रेग्युलेटर का काम करता है और इसके पास यूजर्स के डेटा से जुड़ी निगरानी की जिम्मेदारी भी है. टिकटॉक पर यह बड़ा जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि कंपनी यूजर्स का प्राइवेट डेटा प्रोटेक्ट नहीं रख पाई थी.
चुकानी पड़ी बड़ी रकम
खासकर कम उम्र के यूजर्स के डेटा को लेकर टिकटॉक की गलती सामने आई. टिकटॉक पर लगाया गया जुर्माना कंपनी की इस देश में एनुअल सेल्स का करीब 3 प्रतिशत है. लोकल प्रिवेसी लॉ के तहत इतनी ही रकम कंपनी के चुकानी पड़ती है. केसीसी ने पिछले साल अक्टूबर में मामले की जांच शुरू की थी और पाया था कि टिकटॉक बिना पैरंट्स की परमीशन के 14 साल के कम उम्र के बच्चों का डेटा कलेक्ट और इस्तेमाल कर रहा था.
दूसरे देशों में भेजा डेटा
केसीसी के मुताबिक 31 मई 2017 से 6 दिसंबर 2019 के बीच चाइल्ड डेटा के कम से कम 6,0007 पीस कलेक्ट किए गए. इसके अलावा टिकटॉक ने यूजर्स को यह बात भी नहीं बताई कि उनका डेटा दूसरे देशों तक भेजा जा रहा है. जांच में सामने आया कि कंपनी चार क्लाउड सर्विसेज अलीबाबा क्लाउड, फास्टली, एजकास्ट और फायरबेस का इस्तेमाल करती है. एक बार फिर ऐप पर सवाल उठना उसकी मुश्किलें बढ़ा सकता है.