भारतीय दर्शन में ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता,का सन्देश दिया गया। लेकिन अधुनिकता की दौड़ में इसको भुला दिया गया। इसलिए देश के अनेक हिस्सों से महिला उत्पीड़न के समाचार मिलते है। राजनीति की बात अलग है। राजनेता अपनी सुविधा व वोट बैंक राजनीति की नजर से ही ऐसे मसलों को देखते है। यही कारण है कि उत्पीड़न व दुखद घटना पर भी उनका दोहरा रूप उजागर होता है। वोटबैंक सियासत की प्रेरणा से वह किसी एक स्थान के लिए बदहवास होकर दौड़ लगाते है,रोकने के बाद भी हिम्मत नहीं हारते। दुबारा प्रयास करते है। कहते है कि पीड़ितों के साथ है,उनकी आवाज दबाई नहीं जा सकती।
लेकिन दूसरे स्थान या राज्य की ऐसी ही घटना की तरफ मुंह कर के देखते भी नहीं। मतलब साफ है। इनकी कथित संवेदनशीलता वोटबैंक से ही संचालित होती है। लेकिन यह विषय केवल राजनीति से ही नहीं संभल सकते। इसके लिए बेशक सरकारों को प्रभावी कदम उठाने चाहिए। किन्तु समाज की जागरूकता भी अपरिहार्य है। नारी के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिशा में भी प्रयास कर रहे है। शासन के स्तर पर भी वह तात्कालिक कदम उठाते है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में जागरूकता अभियान भी प्रारंभ किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शारदीय नवरात्रि के दौरान पूजा पण्डालों व रामलीला स्थलों पर कन्या भ्रूण हत्या,महिलाओं के प्रति हिंसा आदि अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने के सम्बन्ध में जागरूकता सृजित करने वाली लघु फिल्मों और नुक्कड़ नाटकों आदि का प्रदर्शन किया जाए। यह माध्यम व्यापक जागरूकता में बड़ी भूमिका निभा सकता है। अभियान के साथ विभिन्न इच्छुक स्वयंसेवी,व्यावसायिक, संगठनों और संस्थाओं को भी जोड़ा जाए। संवाद बनाकर अधिकाधिक संस्थाओं को जोड़ा जाना चाहिए। जनसहभागिता से ही जन आन्दोलन बनता है।
इसके दृष्टिगत व्यापक जनसहभागिता के प्रयास किए जाने चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के प्रति अपराध की जड़ पर प्रहार किए जाने की जरूरत है। इसके दृष्टिगत राज्य मेें महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में एक अभियान संचालित किए जाएंगे। यह अभियान आगामी शारदीय नवरात्रि से लेकर बासंतिक नवरात्रि तक निरन्तर चलेंगे।अभियान के पहले चरण में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
द्वितीय चरण में अभियान को ऑपरेशन के रूप में संचालित किया जाएंगे। इस दौरान महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रकरणों के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने 1090 के संचालन को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। प्रकरण की सम्पूर्ण माॅनीटरिंग की जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण अभियान का एक सर्वस्वीकार्य नामकरण किया जाए। इसका एक लोगो भी होगा। योगी ने पहले चरण में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम के लिए मिशन शक्ति तथा प्रवर्तन कार्यवाही सम्बन्धी द्वितीय चरण के लिए ऑपरेशन शक्ति नाम का सुझाव दिया।