सामाजिक सौहार्द भारत की मूल प्रकृति रही है। इतनी विविधताओं के बीच सद्भाव का ऐसा कोई उदाहरण दुनिया में नहीं है। भारत के अलावा अन्य कोई देश ऐसे वातावरण की कल्पना भी नहीं कर सकता। लेकिन कुछ लोग निहित स्वार्थ से प्रेरित भी होते है। वह इसमें बाधा उतपन्न करते है। शासन और समाज दोनों को ऐसे लोगों से सजग रहने की आवश्यकता है।
संवाद से समस्याओं का बेहतर समाधान किया जा सकता है। कुछ ही दिनों के अंतराल पर नवरात्रि, दशहरा,दुर्गा पूजा, बारावफात,वाल्मीकि जयन्ती,दीपावली,छठ पूजा,कार्तिक पूर्णिमा आदि त्योहार त्योहार है। इन विविध त्योहारों पर्वों की श्रृंखला भी भारत में ही देखी जा सकती है। इसकी गरिमा कायम रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी लोगों का आह्वान किया है। साथ ही इसके दृष्टिगत प्रशासन को भी निर्देशित किया है।
उन्होंने कहा कि शासन प्रत्येक स्तर पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। पूजा पण्डालों व रामलीला मंचन स्थल पर सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाएं। महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के सम्बन्ध में पहले से तैयारी कर ली जाए। नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए। संबंधित अधिकारी पर्व के आयोजकों से संवाद स्थापित करें,जिससे कोई कठिन परिस्थिति उत्पन्न न हो।
पर्वाें के दौरान साफ सफाई, निर्बाध जलापूर्ति व विद्युत आपूर्ति के प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। इसके अलावा नवरात्रि के प्रथम दिन प्रत्येक जनपद में मिशन शक्ति अभियान का शुभारम्भ होगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अभियान का शुभारंभ प्रभारी मंत्रिगण तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक जनपद में विशेष अभियान के माॅनीटरिंग के लिए महिला नोडल अधिकारी को नामित किया गया है। नोडल अधिकारी इस अभियान को सफल बनाने का कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री ने कोविड,स्वच्छता,धान खरीद,गौ आश्रय स्थल,खनन प्रक्रिया आदि के सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये।