प्रसिद्ध रम ओल्ड मॉन्क के बारे में पीने और पिलाने वाले बखूबी जानते है । इस रम के फादर के रूप में पहचाने जाने वाले कपिल मोहन हाल ही में हार्ट अटैक पड़ने से इस दुनिया को अलविदा कह गए हैं। इनको लेकर कहा जाता है कि इनकी जिस शराब की दुनिया दीवानी हुई उन्होंने खुद कभी उसे हाथ नहीं लगाया।
ब्रिगेडियर थे कपिल मोहन
देश के पहले शराब कारोबारी मोहन परिवार के बेटे कपिल मोहन ने 88 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है। कपिल मोहन का हिमाचल के कसौली व सोलन से गहरा नाता रहा है। कपिल मोहन पहले आर्मी में थे और ब्रिगेडियर पद से रिटायर हुए थे।
- इसके अलावा कपिल मोहन सोलन नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे ।
और शहर के विकास में भी अहम योगदान दिया था। - जलियांवाला बाग हत्याकांड के जनरल डायर के पिता एडवर्ड अब्राहम डायर ने 1855 में कसौली में डायर बु्रअरी स्थापित की थी।
- यह एशिया की पहली बु्रअरी कंपनी थी।
- हिमाचल के कसौली की पहाड़ियों के पानी से ही ड्रिंक्स बनाने की शुरुआत हुई थी।
- हालाकि आजादी के बाद 1949 में कपिल के पिता जाने-माने बिजनेस मैन एनएन. मोहन ने इसे खरीद लिया था।
- एनएन. मोहन ने इसका नाम मोहन मीकिन रख दिया था।
- कपिल मोहन अपने पिता के बिजनेस में काफी अच्छे से भूमिका अदा कर रहे थे।
- उन्होंने कंपनी का दायित्व काफी अच्छे से संभाला था।
- इनकी देख-रेख में ही 1954 में Old Monk लॉन्च हुई।
- यह लंबे समय तक दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली डार्क रम रही।
- कपिल मोहन को ही इसका फादर कहा जाता है।
- कपिल मोहन 1973 में कंपनी के चेयरमैन व एमडी बने थे।
- इनकी कंपनी ने कई फेमस ड्रिंक्स बनाए हैं।
- कपिल मोहन को लेकर कहा जाता है कि उनकी बनाई शराब पूरी दुनिया ने पी।
- लेकिन उन्होंने कभी शराब को नहीं पिया। इस रम के आज लाखों दीवाने हैं।
- कपिल मोहन 2010 में समाजिक क्षेत्र में दिए योगदानों की वजह से पद्म श्री से भी सम्मानित किए गए थे।