गोरखपुर। मौसम की खराबी की वजह से गोरखपुर महोत्सव में न पहुंच सके राज्यपाल रामनाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रदेश की कमान एक संत के हाथ में है। उनके साथ से गोरखपुर के साथ पूरे प्रदेश की शान बढ़ रही है। जो चलता है उसका भाग्य भी चलता रहता है। गोरखपुर महोत्सव भी हर साल चलता रहे इसके लिए इसको पहली बार पंजीकृत करा दिया गया है। अब हर साल इसे सरकारी कार्यक्रम के तौर पर मनाया जाएगा। मंत्रोच्चार, मंगलाचरण और शंखनाद के साथ गुरुवार को गोरखपुर महोत्सव 2018 का रंगारंग शुभारंभ हो गया।
राज्यपाल ने भेजा वीडियो संदेश
राष्ट्रगान के साथ ‘भारत माता की जय’ के नारों ने माहौल में गर्मी ला दी। कड़ाके की ठंड और भारी धुंध ने महामहिम के विमान को तो रोक दिया, लेकिन बच्चों और महिलाओं के उत्साह को कम नहीं कर सका। उद़घाटन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल राम नाईक ने विमान के न आ पाने के चलते मोबाइल पर अपना वीडियो संदेश भेजा।उन्होंने कहा कि महोत्सव में आने के लिये वह 11 बजे से एयरपोर्ट पर हैं, लेकिन वहां न आ पाने का दुख है। राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए उनके नारों को याद किया। उन्होंने बताया कि सरकार ने गोरखपुर महोत्सव को पंजीकृत करके इसको सरकारी आयोजन बना दिया है, जिससे यह हर साल चलता रहे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के लिए यह गर्व की बात है कि गोरक्ष पीठ के महंत सूबे की कमान संभाल रहे हैं।
आने वाले दिनों में गोरखपुर की शान बढ़ती जाएगी। महोत्सव के उद्घाटन समारोह में स्कूली बच्चों ने आठ राज्यों की लोक संस्कृति और लोक नृत्य को समाहित करते हुए नृत्य प्रस्तुति दी। प्रसिद़ध नृत्यांगना ममता शंकरने भी नृत्य प्रस्तुत किया। उधर, स्टाल पर बच्चों और महिलाओं की भीड़ लगी रही। बुक स्टाल पर लोग जहां नए प्रकाशकों की पुस्तकें देखते नजर आए वहीं खाने पीने के स्टाल पर भी भीड़ रही।