भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में पिछले 15 दिन में 183 छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है. इंस्टीट्यूट और मेस को अहतियातन बंद कर दिया गया है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती बनाया गया है.
उनकी हालत स्थिर है. तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने बताया कि करीब 104 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है और सभी की हालत सामान्य है.
इस साथ इतने छात्रों को कोरोना संक्रमित होने के पीछे सबसे बड़ा कारण डॉस्टल की मेस को बताया जा रहा है. मेस में एक साथ काफी लोग एक बार में इकट्ठा हो जाते थे. कई स्टूडेंट्स बिना मास्क ही आते-जाते थे और यही वायरस के फैलने का कारण बना. कैंपस में करीब 774 स्टूडेंट्स हैं और सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस कृष्णा और यमुना हॉस्टल से सामने आए हैं.
एक साथ इतने छात्रों के संक्रमित होने के बाद कैंपस में अस्थायी लॉकडाउन लगा दिया गया है. स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक, रविवार को कैंपस में कोरोना संकमण के 32 नए केस रिपोर्ट हुए. आगे आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है.
तमिलनाडु सरकार ने कैंपस में मौजूद सभी छात्रों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. आईआईटी मद्रास ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि सभी विभागों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है.