उत्तर प्रदेश दिवस के आयोजन की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। उन्होंने इसे सामान्य समारोह तक सीमित नहीं रखा था। बल्कि इसे प्रदेश के विकास से जोड़ने का अभिनव प्रयोग भी किया गया। अब यह परम्परा के रूप में स्थापित हो चुका है। तीन वर्ष पहले चौबीस जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एक जनपद,एक उत्पाद ओडीओपी योजना की शुरुआत की गयी थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह योजना आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रही है। प्रधानमंत्री के मंत्र वोकल फाॅर लोकल को ध्यान में रखते हुए स्वदेशी आन्दोलन को आगे बढ़ाना है।
इसके लिए खादी,स्वच्छता एवं स्वावलम्बन को अपनाना होगा। स्वदेशी आन्दोलन को आगे बढ़ाने में खादी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। ओडीओपी की संकल्पना स्वदेशी को ध्यान में रखते हुए की गई थी। ओडीओपी से प्रदेश के प्रायः सभी जनपदों को उनकी पहचान मिली है।
यहां परम्परागत स्थानीय उद्योग बन्द हो रहे थे। कृषि उत्पादों की ब्रांडिंग नहीं होती थी। वर्तमान सरकार ने इनके जीर्णोद्धार का कार्य किया है। सूक्ष्म,लघु व मध्यम उद्यम विभाग के सकारात्मक प्रयासों से लखनऊ में ओडीओपी की प्रदर्शनी लगायी गई थी। जिसमें जनपदों के स्थानीय उत्पाद लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने थे। हस्तशिल्पियों के उत्पादों की लगभग आठ लाख रुपए की बिक्री भी हुई थी।
वोकल फाॅर लोकल
योगी आफिटीनाथ ने कहा कि आज वोकल फाॅर लोकल आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रहा है। कोविड काल में भी लोगों ने उत्सव और उमंग के साथ दीपावली मनायी। उमंग और उत्साह के साथ प्रधानमंत्री का वोकल फाॅर लोकल का संकल्प आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करता है तथा एक जनपद,एक उत्पाद योजना के माध्यम से हमें आगे बढ़ाने का कार्य भी करता है। इससे स्वदेशी की भावना प्रबल हो रही है। स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग व बिक्री के विशेष प्रयास किये जा रहे है।
महोत्सव में विकास सन्देश
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में आयोजित दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव का समापन किया। इस अवसर पर उन्होंने गोरखपुर महोत्सव स्मारिका अभ्युदय का विमोचन किया। देश एवं दुनिया में गोरखपुर को गौरव दिलाने वाले दस महानुभावों को गोरखपुर रत्न सम्मान से सम्मानित किया। उन्होंने महोत्सव परिसर में लगे स्टाॅल एवं प्रदर्शनी आदि का अवलोकन भी किया।
इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में फार्म मशीनरी बैंक परियोजना के तहत विकास खण्ड भटहट के प्रकाश उत्पादक कृषि समिति भिसवा के अभय प्रताप सिंह तथा गंगा आजीविका स्वयं सहायता समूह की संगीता सिंह को ट्रैक्टर की चाभी प्रदान की।
उन्होंने सौ दिव्यांगजन को मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल भी प्रदान की। उन्होंने रामगढ़ताल के निकट पचहत्तर मीटर ऊंचाई के राष्ट्रीय ध्वज तथा पैडलेगंज से सर्किट हाउस रोड पर बनाए गए गौतम बुद्ध द्वार का वर्चुअल लोकार्पण किया।