प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब किसानों से बातचीत को लेकर इशारा किया तो किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि वे भी तैयार हैं, सरकार मंच तैयार करे। गौरतलब है कि अब किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली बातचीत 2 फरवरी को होनी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि सरकार हमेशा बातचीत के लिए तैयार है। मोदी ने कहा था कि वो और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से महज एक फोन कॉल दूर हैं। इधर भारतीय किसान यूनियन के मुखिया नरेश टिकैत ने कहा कि पहले सरकार हमारे लोगों को छोड़ दे जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद हम बात करने के लिए तैयार हैं। टिकैत ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे, लेकिन अपने स्वयं के सम्मान की रक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। पीएम मोदी ने रविवार को मन की बात में कहा कि लाल किले पर तिरंगे के अपमान से उनका मन दुखी हुआ है।
जिसने अपमान किया है सरकार उसे पकड़े :
पीएम मोदी के बयान पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तिरंगा पूरे देश का है। सारा देश तिरंगे से प्यार करता है। जिसने भी उसका अपमान किया है सरकार उसे पकड़े। 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ, वह एक साजिश का नतीजा था। टिकैत ने कहा कि इसकी व्यापक जांच होनी चाहिए।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परिद ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला समेत कई जगहों पर हिंसा हुई थी। इसके बाद 29 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर भी पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस मामले में अब तक 44 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई :
सरकार की ओर से बातचीत का इशारा करने के बाद से गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मुजफ्फरनगर के महापंचायत में गाजीपुर जाने की अपील के बाद यूपी और हरियाणा से लगातार किसान वहां पहुंच रहे हैं। ऐसे में इन बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता कर दी गई है।