लखनऊ. सपा के टिकट पर लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से प्रत्यासी रविदास मेहरोत्र का नामांकन रद होने की सम्भावना है।अगर ऐसा हुआ तो इनका चुनाव लड़ना मुश्किल दिख रहा है।जानकारी के मुताबिक रविदास ने नामांकन पत्र में जो शपथ पत्र दिया है उस पर सवाल उठ रहे हैं। रिटर्निग आफीसर का कहना है कि शिकायत मिलने पर जांच करायी जाएगी। देर रात एडीएम प्रशासन अविनाश सिंह ने शपथ पत्र मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
बिजली बिल का बकाया बन सकता है गले की फांस:
रविदास द्वारा भरे गए नामांकन पत्र के पैरा आठ के अनुसार उन पर लोक वित्तीय संस्थाओं और सरकार के प्रति किसी तरह की देनदारी नहीं है।जबकि उन पर बिजली का बिल बकाया है। इस बाबत मध्य विधानसभा के रिटर्निग आफीसर डीपी सिंह का कहना है कि रविदास द्वारा झूठा हलफनामा दिए जाने की अब तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं आयी है।अगर इस मुद्दे पर कोई शिकायत सामने आती है तो उसकी जांच कराकर उचित कार्यवाई की जाएगी।
क्या कहता है नियम:
चुनाव आयोग के नियम अनुसार अगर हलफनामे में किसी तरह की कोई गड़बड़ी पायी जाती है तो प्रत्यासी का नामांकन रद कर उसे चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है।