मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के प्रति लगातार प्रयास कर रहे है। कोरोना काल में उनके प्रबंधन की प्रशंसा दुनिया में प्रशंसा हुई थी। आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन में भी बेहतर प्रगति हुई है। योगी आदित्यनाथ ने आरोग्य मेला के माध्यम से स्वस्थ्य सेवा को गांव तक पहुंचाने का कार्य किया। स्वतन्त्रता के समय से लेकर योगी सरकार के गठन तक प्रदेश में जितने मेडिकल कॉलेज थे, उनसे लगभग दुगने का निर्माण विगत चार वर्षों में शुरू हुआ।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के उनसठ जनपदों में राजकीय अथवा निजी मेडिकल कॉलेज स्थापित है। मेडिकल कॉलेज से असेवित सोलह जनपदों में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना का निर्णय लिया गया है।
सुदृढ़ होगी स्वस्थ्य सेवा
इन सोलह जनपदों में मेडिकल कॉलेजों की पीपीपी मोड पर स्थापना के प्रस्ताव प्राप्त करने के लिये शीघ्र विकासकर्ता की नियुक्ति की जायेगी। विकासकर्ता की नियुक्ति हो जाने के पश्चात परियोजना हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो जाने के बाद प्रदेश की स्वास्थ्य सेवायें अत्यन्त सुदृढ़ हो जाएंगी। सम्बन्धित जनपदों की जनता को उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवायें सुगमतापूर्वक उपलब्ध होने लगेंगी।
सभी मंडलों में विश्वविद्यालय
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिये कृत संकल्पित है। राज्य विश्वविद्यालय से असेवित मण्डलों में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जायेगी। ऐसे असेवित मण्डलों में राज्य विश्वविद्यालय संचालित हो जाने पर इन मण्डलों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के व्यापक अवसर सुगमतापूर्वक प्राप्त होंगे। उन्होंने अधिकारियों को इस सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।