ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के अगुआ रहे महात्मा गांधी ने 30 जनवरी 1948 को अंतिम सांस ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 70वीं पुण्य तिथि Death Anniversary हैं। आज इस खास मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर उनके प्रति अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है। लेकिन गाँधी जी को पूरे जीवन में सिर्फ एक ही दुःख था जो उन्हें रह रह कर सालता रहता था।
बेटियों से था अगाध लगाव
- 2 अक्टूबर 1869 को जन्में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का असली नाम मोहनदास करम चंद्र गांधी था।
- माता का नाम पुतलीबाई व पिता का करमचन्द गांधी था।
- 1881 राजकोट से हाईस्कूल में पढाई करने वाले गांधी जी का विवाह महज 13 साल की उम्र में कस्तूरबाई से हो गया था।
- अपनी पढ़ाई के प्रति गम्भीर महात्मा गांधी पढाई के लिए इंग्लैंड तक गए थे।
- महात्मा गांधी के चार बेटे हरिलाल, मणिलाल, रामदास और देवदास थे।
- महात्मा गांधी को बेटियों से अगाध लगाव था,लड़कियों को वो समाज के लिए बहुत कीमती समझते थे।
- बापू जी को बेटी न होने का अफसोस हमेशा रहा।
- वर्तमान में अपने देश में भ्रूणहत्या रोकने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ उसी कोशिश का हिस्सा हैं।
- साबरमती आश्रम से जुड़े रहने की वजह से इन्हें ‘साबरमती का संत’ की उपाधि भी मिली थी।
- महात्मा गांधी को पांच बार नोबेल पीस प्राइज के लिए नामांकित किया गया था।
- वर्तमान में महात्मा गांधी के नाम से पूरे भारत में 53 मुख्य मार्ग और विदेशों में 48 सड़के हैं।