तमिलनाडु व केरल उन प्रदेशों में है,जहां भाजपा का अस्तित्व कमजोर रहा है। लेकिन विगत कुछ वर्षों में यहां पार्टी की जड़ें गहरी हुई है। मोदी सरकार ने दोनों ही प्रदेशों में विकास कार्यों को आगे गति देने के लिए अपने स्तर से सहयोग दिया। लेकिन केरल की कम्युनिस्ट सरकार ने राजनीतिक विद्वेष के कारण अनेक योजनाओं को लागू नहीं किया। इसके साथ ही भाजपा द्वारा तमिल व केरल की संस्कृति सभ्यता का भी सम्मान व संवर्धन किया गया। यह सहयोग का वह धरातल रहा है जिस पर भाजपा और अन्नाद्रमुक एक साथ रहे है। लेकिन केरल के वामपंथी इससे अलग रहे। कुछ दिन पहले योगी आदित्यनाथ इन दोनों प्रदेशों में चुनाव प्रचार के लिए आये थे। उन्होंने भी संस्कृति व विकास की बात कही थी। उनकी सभाओं व रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी थी।
सहयोगी संघवाद
केंद्र व प्रदेश की वर्तमान सरकार सहयोगी संघवाद की भावना से कार्य कर रही है। तमिलनाडु के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। केंद्र की कल्याणकारी योजनाएं यहां प्रभावी रूप से लागू की जा रही है। गरीबों किसानों को सीधी राहत मिल रही है। लेकिन केरल के लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला। प्रधानमंत्री ने केरल व तमिलनाडु में चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र व तमिलनाडु सरकार के सहयोग से हासिल हुई उपलब्धियों का उल्लेख किया। इसी के साथ कम्युनिस्ट कांग्रेस व ,द्रमुक पर जन जन आकांक्षाओं की अवहेलना का आरोप लगाया।
तमिलनाडु में एनडीए सरकार की कोशिश इंफ्रास्ट्रक्चर, खेती और इन्वेस्टमेंट को बढ़ाने की है। दक्षिण तमिलनाडु में बड़े प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई है। अब यहां पर ईज़ ऑफ लिविंग पर जोर दिया जा रहा है,ताकि टूरिज्म के क्षेत्र को बढ़ावा मिले। तमिलनाडु में सोलह लाख से अधिक पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। सरकार जल जीवन मिशन के जरिए हर घर पानी पहुंचाने की कोशिश में है। अगले कुछ वर्षों में यहां पर टैक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे।
संस्कृति सद्भाव
तमिल व मलयालम संस्कृति में भी राष्ट्रीय तत्व बोध है। यहां के मंदिरों में पूरे भारत के लोग दर्शन हेतु पहुंचते है। नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने भी यहां प्रचार के पहले मंदिर में दर्शन पूजन किया। नरेंद्र मोदी ने द्रमुक कांग्रेस कम्युनिस्ट पर अलगाववाद व संस्कृति की अवहेलना का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव के अपने मेनिफेस्टो में जलीकट्टू पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। लेकिन वर्तमान सरकार ने तमिल संस्कृति का सम्मान किया। इस पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया। केरल में एलडीएफ सरकार ने केरल की छवि को बिगाड़ने का प्रयास किया।
केरल की संस्कृति को पिछड़ा दिखाने की कोशिश की गई। उन्होंने शरारत करने के लिए एजेंटों का उपयोग करके पवित्र स्थानों को अस्थिर करने का प्रयास किया। स्वामी अयप्पा का भक्तों ने फूल मालाओं के साथ स्वागत किया,उनका स्वागत किया गया। स्वामी अयप्पा के भक्त अपराधी नहीं हैं। मोदी ने कहा कि वामपंथ का झूठ अब नहीं चलेगा। एक आयातित और अंतर्राष्ट्रीय रूप से अस्वीकृत विचारधारा को अब हमारी भूमि की संस्कृति पर रौंदने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बाबासाहेब अम्बेडकर ने सवाल किया था कि क्या साम्यवाद और मुक्त लोकतंत्र कभी सह अस्तित्व में हो सकते हैं। साम्यवाद एक जंगल की आग की तरह है जो सब कुछ जला और भस्म कर देगा। हमारे समाज की संस्कृति को रौंदने के प्रयासों के रास्ते में बीजेपी के कर्ता धर्ता खड़े होंगे।