Breaking News

गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ा ‘तौकते’, अबतक 18 की मौत- 410 लोग समंदर में फंसे

भीषण चक्रवाती तूफान तौकते सोमवार रात गुजरात के सौराष्ट्र तट से टकराया और इस दौरान हवा 185 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलीं। इससे पहले चक्रवात के चलते मुंबई में भारी बारिश हुई और गुजरात में दो लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थनों पर पहुंचाना पड़ा। इसके चलते दो नौकाएं तट से दूर अरब सागर में चली गई हैं, जिन पर 410 लोग सवार हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवात के रात करीब 9:30 बजे टकराने के दौरान केंद्र शासित दीव में 133 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के तट से टकराने के बाद हवा की रफ्तार में कमी आई है। समुद्र में तूफान की रफ्तार 185 किमी प्रति घंटा थी जो तट पर 135 किमी प्रति घंटा हो गई। वहीं पिछले 6 घंटे से यह तूफान उत्तर और उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। जहां इसकी रफ्तार 11 किमी प्रति घंटे रह गई हैै।

Cyclone Tauktae Live IMD Rain Alert Cyclone Live Tracking and Weather Updates of Maharashtra Gujarat Daman Diu Goa

बता दें कि तूफान टकराने से पहले ही महाराष्ट्र के कई ज़िलों में तेज़ बारिश शुरु हो गई। तेज़ हवाओं के साथ आई बारिश में मुम्बई में कई जगहों पर पानी जमा हो गया। बताते चलें कि ताउते से सोमवार को महाराष्ट्र के कोंकण में छह लोगों की मौत हुई। इसमें रायगढ़ में तीन, सिंधुदुर्ग में एक और नवी मुंबई में दो लोग मारे गए। इसके अलावा कर्नाटक में आठ लोगों की मौत हुई। वहीं रविवार को ताउते से चार लोगों की जान गई थी। इस तरह महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल में अब तक 18 मौते हुई। कर्नाटक में अब तक 333 घरों, 644 खंभों, 147 ट्रांसफार्मरों, 57 किलोमीटर सड़क, 57 जालों और 104 नावों को नुकसान पहुंचा है। गुजरात के सोमनाथ और दीव में हर जगह पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए जिसे सोमवार देर रात सेना ने के जवानों की मदद से साफ किया गया।

गुजरात के तट से...- India TV Hindi

वहीं गुजरात के उना जिले में तूफान का बड़ा असर देखने को मिला है। तूफान की वजह से कई इलाकों में पेड़ों और कम्युनिकेशन टावर टूट कर गिरने की खबर मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक ताउते के लैंडफॉल की प्रक्रिया करीब दो घंटे तक चली। इससे पहले ‘ताउते’ ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों खासतौर पर मुंबई में भी भारी तबाही मचाई।

तूफान की वजह से गुजरात के सोमनाथ जिले और दीव के बीच सड़क मार्ग बाधित हो गया। सेना के जवानों ने बड़ी मशक्कत के बाद पूरा रास्ता खाली कराया। इस बीच उना में भीषण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। इसके साथ ही अमरेली, जामनगर, भावनगर आदि में भी तूफान ने काफी तबाही मचाई है। उना में तूफान मोबाइल टावर को भी उड़ा ले गया। हालांकि तूफान अब कमजोर हो गया है। वहीं अब तूफाने के मंगलवार को राजस्थान में असर दिखाने की संभावना है।

मुंबई के पास अपनी नाव निकालते मछुआरे (फोटो: PTI)

गौर हो कि ताऊते चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले जिलों में गिरसोमनाथ, अमरेली, भावनगर और दीव संघीय जिला सौराष्ट्र शामिल है। इसके साथ ही दक्षिण तथा मध्य गुजरात के कोस्टल जिलों में भी असर दिखा है। चक्रवात के दौरान करीब तीन से चार घंटों तक इन इलाकों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चलती रही। दीव, गिरसोमनाथ जिले के ऊना और कोडिनार तालुका में भारी नुक़सान की आशंका है। अमरेली जिले के जाफराबाद, सावरकुंडला, खाम्भा तालुका में भी भारी नुकसान हुआ है। भावनगर जिले के महुवा में भी भारी नुकसान की खबर है। इन इलाकों में से कई जगह बिजली गुल हो गयी। पेड़ गिर गए और कच्चे घरों को हुआ नुकसान हुआ है। तूफान अब सुरेंद्रनगर से होते हुए अहमदाबाद के ग्रामीण इलाकों में आगे बढ़ रहा है हालंकि अभी भी इसकी स्पीड कम हो रही है।

About Aditya Jaiswal

Check Also

मणिपुर में अफस्पा कानून का विरोध शुरू, हिंसा के बाद से छह इलाकों में हुआ है लागू

इंफाल। मणिपुर के कई इलाकों में केंद्र सरकार द्वारा फिर से अफस्पा कानून लागू करने ...