लखनऊ। कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों की देखरेख के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए जनविकास महासभा, उत्तर प्रदेश ने मांग की है कि सिर्फ कोरोना से ही नहीं बल्कि कोरोना काल के दौरान अनाथ हुए सभी बच्चों को बाल सेवा योजना का लाभ देने के साथ बेसहारा हुये सभी बुजुर्गों के स्वास्थ्य एवं उनकी देखरेख की व्यवस्था की जाये।
महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि इस संदर्भ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी भेजा रहा है। उन्होंने बताया की कोरोना विभीषिका के दौरान कई लोग कोरोना से संक्रमित हो कर काल के गाल में समा गये। इसके अलावा कई ऐसे लोगों ने भी जान गंवाई जिनके अंदर कोरोना संक्रमण के पूर्ण लक्षण थे, परंतु उनकी जांच नहीं हो पाई। वहीं कुछ ऐसे लोगों ने भी जान गवाई जिन्हें अन्य बीमारियां होने पर भी कोरोना काल के चलते स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध नहीं हो पाई और उनकी जान चली गई।
जनविकास महासभा के अध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि हालांकि केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, परंतु इन प्रयासों का लाभ कोरोना काल में बेसहारा हुए हर बच्चे को मिलना चाहिए, और इसके साथ ही साथ ऐसे बुजुर्गों जिनके बच्चे ही उनका सहारा थे उनके भी देखरेख की व्यवस्था विशेषकर उनके स्वास्थ्य और खानपान सहित अन्य व्यवस्थाओं को भी देखे जाने की आवश्यकता है।
पंकज तिवारी ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा की बच्चों को इमानदारी पूर्वक इसका लाभ मिल सके उसके लिए मुख्यमंत्री अपने स्तर पर इसकी देखरेख स्वयं करें और इसके लिए संबंधित क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं, जन प्रतिनिधियों को भी जोड़ सकते हैं।