भारत और चीन के बॉर्डर तक जाने वाला महत्वपूर्ण नेशनल हाईवे भूस्खलन कारण बंद हो गया. ऋषिकेश से गंगोत्री जाने वाले हाईवे पर आवागमन बंद हो जाने से लोगों के साथ ही तीर्थयात्रियों और सुरक्षा बलों को भी काफी परेशानी होने की खबरें हैं. आधिकारिक सूचनाओं में यह भी बताया गया कि जल्द ही इस अवरुद्ध मार्ग को फिर शुरू किए जाने के लिए ज़रूरी काम तेज़ी से किया जा रहा है.
सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि भूस्खलन की घटना के कारण इस नेशनल हाईवे के बंद होने से सिर्फ गंगोत्री ही नहीं बल्कि 11 गावों का सड़क मार्ग से संपर्क पूरी तरह कट गया. अधिकारियों ने बताया कि इस मार्ग पर चट्टानों के जो टुकड़े और मलबा आ गया है, उसे पूरी तरह साफ करवाया जा रहा है. बीआरओ की मानें तो मंगलवार की रात तक यह रास्ता दोबारा शुरू हो पाने की उम्मीद है.
यह नेशनल हाईवे केवल सुरक्षा ही नहीं, बल्कि तीर्थ के लिहाज़ से भी काफी महत्वपूर्ण है. चार धाम यात्रा के लिए जो दो लेन का एक्सप्रेस नेशनल हाईवे निर्माणाधीन है, उसमें भी ऋषिकेश से गंगोत्री तक के लिए यह रास्ता अहम है. धरासू होते हुए जाने वाला यह रास्ता पुराने रूट जैसा ही है, जिस पर चार धाम के लिए सड़क हाईवे के साथ रेलवे भी शुरू होगा. बहरहाल यह रास्ता बॉर्डर से लगी नेलांग घाटी तक जाता है. इस हाईवे के जरिये मुख्य तौर पर गंगोत्री तक ही ट्रांसपोर्ट किया जाता है.