उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. तमाम विभाग एक साथ मिलकर पुलिस के साथ इन माफियाओं के नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटे हैं. सरकार की इस कार्रवाई से यूपी में संगठित अपराध में लिप्त माफियाओं की कमर टूट गई है.
जिला और पुलिस प्रशासन की टीम स्थानीय प्राधिकरणों की मदद से माफियाओं, उनके रिश्तेदारों तथा गुर्गों के नाम की गई बेनामी संपत्तियों का ब्योरा जुटा रही है। प्रदेशव्यापी इस कार्रवाई की जद में अब तक 210 माफिया और गैंगेस्टर आ चुके हैं। इन्हें 766 करोड़ यानी साढ़े सात अरब से अधिक की आर्थिक चोट पहुंचाई जा चुकी है।
योगी सरकार ने प्रदेश भर में माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई के आंकड़े जारी किए हैं. इसमें बताया है कि जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 5558 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 22,259 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
माफिया और गैंगेस्टर के खिलाफ कार्रवाई में प्रयागराज ने अहम भूमिका निभाई है। पुलिस, प्रशासन और विकास प्राधिकरण ने अब तक पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत कुल 23 लोगों के खिलाफ सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराने से लेकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। अधिकारियों की मानें तो इस कार्रवाई में इन्हें करीब 300 करोड़ की आर्थिक चोट पहुंचाई जा चुकी है।