विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर अपने ग्रीक समकक्ष निकोस डेंडियास के साथ शनिवार को एथेंस में भारतीय दूतावास के पास महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया। जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण पर ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास और एथेंस के मेयर के. बाकोयानिस से संपर्क हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि महात्मा के संदेश की सार्वभौमिकता और कालातीतता को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है। वहीं इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा प्रतिमा दोनों देशों के बीच दोस्ती के मजबूत प्रतीक के रूप में काम करेगी अपने बयान में मंत्रालय ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्ष ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास के साथ द्विपक्षीय चर्चा करने के लिए 25 से 26 जून तक दो दिवसीय ग्रीस यात्रा पर थे। 18 वर्षों में ऐसा पहली बार है जब भारत के किसी विदेश मंत्री विदेश मंत्री ने ग्रीस की यात्रा की हो। अपने समकक्ष से मिलने के अलावा डॉo जयशंकर ने यूनानी प्रधान मंत्री श्री किरियाकोस मितोत्स्की से भी मुलाकात की।
जयशंकर ने कहा- महात्मा के संदेश की सार्वभौमिकता और कालातीतता को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने को लेकरर चर्चा की। इसके साथ ही व्यापार एवं निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति, शिक्षाविदों और लोगों से लोगों के बीच संपर्क जैसे कई क्षेत्रों में चल रहे सहयोग पर संतुष्ट व्यक्ति करने के साथ ही इन क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमति व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ग्रीक के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) पर हस्ताक्षरित समझौते ज्ञापन भारत को सौंपा। वहीं विदेश मंत्री जयशंकर ने आईएसए के परिवार में ग्रीस के शामिल होने पर उसका स्वागत किया। उनकी यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर विचारों का व्यापक आदान-प्रदान किया, जो लगातार गहराता जा रहा है और तेजी से विस्तार कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने हिंद-प्रशांत सहित नई भू-राजनीतिक और भू-आíथक वास्तविकताओं के संदर्भ में आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा किए। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच यह भी सहमति हुई कि विदेश कार्यालय परामर्श और संयुक्त व्यापार समिति का अगला दौर जल्द भी आयोजित किया जाएगा। दोनों पक्ष सामरिक साझेदारी की स्थापना की दिशा में काम करने पर भी सहमत हुए।