डलमऊ/रायबरेली। माइनर की पटरी क्षतिग्रस्त है माइनर की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति है पटरियों की स्थिति यह है कि जगह जगह पर कटिंग हो जाने की वजह से खेत पानी से लबालब है। लाखों खर्च हो गए लेकिन नहर के पटरियों की दुर्दशा नहीं सुधरी जिसका खामियाजा किसानों को झेलना पड़ रहा है। डलमऊ पंप नहर से निकलने वाली दीनगंज माइनर जिससे दीनगंज, पूरे उमराव सिंह, कंधरपुर, सराय लखनी, बसंती पुर के लगभग हजारों एकड़ भूमि की सिंचाई की जाती है धान की रोपाई चल रही है।
माइनर की पटरीया इतनी क्षतिग्रस्त हैं कि दीनगंज गांव के आसपास किसानों के खेत लबालब भरे हुए हैं। जगह-जगह पर कटिंग हो रही है वही माइनर के अंत छोर पर स्थित पूरे सूबेदार, बसंतीपुर के किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है सैकड़ों की संख्या में किसान खेतों में पानी के भराव से परेशान हैं। तो कई दर्जन किसान बिना पानी के धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते माइनर की पटरीया पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है माइनर की सफाई नहीं हुई है।
किसान अशोक कुमार, जागेश्वर, सुंदरलाल, प्रदीप कुमार, धर्मेंद्र कुमार सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा माइनर की सफाई में खानापूर्ति की जाती है पटरियों की मरम्मत नहीं की जाती है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा