राफेल डील को फ्रांस के President इमैनुएल मैक्रों ने भारत-फ्रांस के लिए फायदे का सौदा बताया है। वह शुक्रवार से चार दिनों की अपनी पहली भारत यात्रा पर आ रहे हैं। उन्होंने इस दौरान एक वकतव्य के दौरान यह बात कही कि वह पीएम मोदी के विजन से बेहद प्रभावित हैं। खासतौर से जलवायु परिवर्तन पर उनकी प्रतिबद्धता बहुत ही जबरदस्त है। उन्होंने कहा कि हम दोनों पर्यावरण को लेकर भारत में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन समेत कई काम करने को तैयार हैं। जो पर्यावरण सुधारने में सहायक होंगे।
- पीएम मोदी बहुत ही बुद्धिमान और स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति हैं।
- जिससे लोग स्वयं उनकी ओर खिंचे चले आते हैं।
- पीएम नरेंद्र मोदी अपने देश की संप्रभुता के लिए सोचते हैं।
- उतना ही मैं भी अपने देश की अखंडता के लिए फिक्रमंद रहता हूं।
President : भारत और फ्रांस की दोस्ती बेहद अहम
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि भारत एक बहुत ही विश्वसनीय साझेदार है। हिंद महासागर और प्रशांत महासागर में स्थिरता बनाए रखने के लिए हमारी दोस्ती बेहद अहम है। हम दोनों ही अपनी संप्रुभता को बनाए रखने के लिए सजग हैं। जिसके लिए हमारा सतत प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही देशों ने सीमापार आतंकवाद का दंश अलग-अलग तरीके से झेला हैं। ऐसे में भारत और फ्रांस दोनों देशों के लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी खुफिया सूचना और बेहतर करने और उसे साझा करने की जरूरत है।
भारत में बनेंगे राफेल के कलपुर्जे
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि राफेल डील भारत के लिए बेहद फायदे का सौदा है। राफेल के कई कलपुर्जे अब भारत में ही बनेंगे। विपक्ष इस पर अभी तक विरोध करता आ रहा है। लेकिन उसे यह नहीं पता है कि यह डील हम दोनों के लिए बेहद अहम है।
- भारत की इंडस्ट्री और यहां के कामगारों के लिए बेहतर रोजगार मिलेंगे।
- जहां तक सुरक्षा की बात है तो ये अपनी श्रेणी में बेहद उन्नत है।
- मौजूदा वक्त में इसका कोई मुकाबला नहीं है।
वन बेल्ट वन रोड का वैश्विक प्रतिबद्धताओं के अनुरूप होना जरूरी
वन बेल्ट वन रोड को सफल होना है तो इसे उन सभी देशों के हितों का ध्यान रखना होगा, जहां से यह गुजर रही है। इसे हमारी वैश्विक प्रतिबद्धताओं के अनुरूप होना चाहिए।
- भारत के नजरिए से मैं समझ सकता हूं कि यह खतरनाक भी हो सकती है।
- इसका सबसे अच्छा जवाब होगा कुछ अलग प्रस्ताव।
- हमें अफ्रीका तक पूरे क्षेत्र का विकास करना होगा।
- हमें व्यापार और आर्थिक एकीकरण के साथ लोगों को शिक्षित करना होगा।