प्रयागराज। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना समेत सात सदस्यों को आज शिवकुटी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) परीक्षा 2021 के तहत शनिवार दो पालियों में ऑफलाइन लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही हैं।
इस सम्बन्ध में अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर धनउगाही का प्रयास करने, मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर बैठाने, ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से परीक्षा की सुचिता को भंग करने, परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षक एवं अन्य से मिलकर नकल कराने तथा प्रश्न पत्र लीक कराने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध एसटीएफ की विभिन्न टीमों लगाया गया था। उन्होंने प्रयागराज एसटीएफ की फील्ड इकाइे के पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार के पर्यवेक्षण में एक टीम को अभिसूचना संकलन के लिए लगाया गया था।
सूचना मिली कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर गिरोह के सदस्यों ने टीजीटी परीक्षा 2021 में विभिन्न तरीके से नकल कराने वाले कुछ सदस्य शिवकुटी इलाके में महार्षि पतंजलि तिराहा, तेलियरगंज पर एकत्रित होकर कुछ योजना बना रहे है। इस सूचना पर एटीएफ एक दूसरी टीम को सूचित कर बुला लिया गया तथा मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना सहित 07 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी प्रयागराज के ही रहने वाले हैं।
गिरफ्तार आरोपयों में गिरोह सरगना धर्मेन्द्र कुमार उर्फ डीके, आशीष सिंह पटेल ,संजय कुमार पटेल, सुभाष सिंह पटेल , मनीष पटेल,राहुल कन्नौजिया और दिनेश कुमार पटेल शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से बड़ी संख्या में ब्लूटूथ डिवाई के अलावा , मोबाइल फोन और 65 हजार की नकदी और वाहन बरामद किए। उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार धर्मेन्द्र कुमार ने बताया गया कि लगभग 05 साल वह इस काम में लगा है। शुरुआत में उसने डॉ. के एल पटेल के साथ रहकर काम किया था बाद में उसने अपना ग्रुप बना लिया। इसके गिरोह कें आठ लोग शामिल हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट कराकर मूल परीक्षार्थी के स्थान पर साल्वर बैठाकर परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षक से सेटिंग करके तथा ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से नकल कराने का प्रयास करते है।
इसके एवज में हर पद/परीक्षा के लिये अलग-अलग रकम ली जाती है। आज टीजीटी की परीक्षा के लिए उसके पास आये प्रत्येक अभ्यर्थियों से 12-15 लाख रूपये पर तय हए थे। इसके पूर्व भी उसने सिपाही भर्ती, टेट, सुपर टेट, सी-टेट एवं रेलवे भर्ती बोर्ड में अपने साल्वर बैठाये थे। जनवरी 2020 में हुये टेट परीक्षा के दौरान पुलिस द्वारा मैं पकड़ लिया गया और थाना कैण्ट प्रयागराज से जेल भेज दिया गया। इस समय मैं अपने साथियों के साथ मिलकर टीजीटी 2021 की परीक्षा में नकल कराने की पूरी तैयारी में था कि परीक्षा प्रारम्भ होने से पहले ही आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया।