प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान का शुभारंभ किया था। इसके अंतर्गत अनेक क्षेत्रों में उल्लेखीनय प्रगति हुई है। इसमें रक्षा उत्पाद का क्षेत्र भी शामिल है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी इससे संबंधित अध्याय जुड़ेगा। रक्षा उत्पाद अलीगढ़ की पहचान से जुड़ेगा। विगत चार वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में निवेश का नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है। यह मात्र प्रस्तावों तक ही सीमित नहीं था। बल्कि इस अवधि में हजारों करोड़ रुपये के प्रस्तावों का शिलान्यास भी किया गया। शिलान्यास यह सूची आगे बढ़ रही है।चौदह सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में एक निवेश प्रस्ताव का शिलान्यास करेंगे। पहले उत्तर प्रदेश को बीमारू माना जाता था। पिछली सरकारों ने भी निवेश आमंत्रित करने के प्रयास किये थे। लेकिन इसमें अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी।
उद्योगपति उत्तर प्रदेश में निवेश करने को उत्सुक नहीं रहते थे। क्योंकि इसके लिए अनुकूल माहौल का अभाव था। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही व्यवस्था में सुधार का कार्य प्रारंभ किया। उद्योगों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बिजली की उपलब्धता, कनेक्टिविटी, बेहतर कानून व्यवस्था आदि को अपरिहार्य माना जाता है।
योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में प्रभावी कार्य किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टर्स समिट के सफल और अभूतपूर्व आयोजन किये थे। उद्योगपतियों ने उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति दिलचस्पी दिखाना शुरू किया। यह बदलते उत्तर प्रदेश का प्रमाण था। इसके अलावा शिक्षण संस्थानों की स्थापना का भी कीर्तिमान बनाया गया। कुछ दिन पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहले आयुष विश्वविद्यालय का गोरखपुर में शिलान्यास किया था। यहीं पर उन्होंने एक अन्य विश्वविद्यालय का लोकार्पण भी किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित अलीगढ़ यात्रा उद्योग,निवेश व शिक्षा के दृष्टिगत महत्वपूर्ण होगी। नरेन्द्र मोदी अलीगढ़ में डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर एवं राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे।
राजा महेन्द्र प्रताप सिंह महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शिक्षाविद एवं समाज सुधारक थे। इस विश्वविद्यालय से अलीगढ़ मण्डल के जनपद अलीगढ़, हाथरस, कासगंज व एटा से जुड़े लगभग चार सौ महाविद्यालय सम्बद्ध होंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालय इस क्षेत्र के युवाओं के लिए अत्याधुनिक शिक्षा का केन्द्र बनेगा। जबकि डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर युवाओं को रोजगार एवं वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मेक इन इण्डिया के संकल्प को पूरा करेगा। विश्वविद्यालय में परम्परागत विषयों के साथ ही डिफेंस स्टडीज के कोर्स को भी सम्मिलित किया जाएगा। डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड बनेंगे। इनमें सर्वप्रथम अलीगढ़ नोड का शिलान्यास प्रधानमंत्री द्वारा होगा।
इससे केवल अलीगढ़ ही नहीं प्रदेश का लाभ होता। यह रक्षा सामग्री से संबंधित है। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका महत्व होगा। यहां आठ हजार करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस नोड को करीब दो सौ हेक्टेयर में बसाया जाएगा। सौ हेक्टेयर से अधिक भूमि का चयन कर यूपीडा को हस्तांतरण कर दिया है। बीस कंपनियों को भूमि का आवंटन हो चुका है। इस नोड पर बिजली, पानी,सीवर,बाउंड्रीवाल जैसे प्राथमिकता वाले कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। उद्यमियों को आयुध उत्पाद फैक्टरी लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सरकार उनको सुरक्षा का माहौल देगी। डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना के बाद हम रक्षा उपकरणों के लिए भारत की देशों पर निर्भरता कम होगी। मिसाइल, ड्रोन,रायफल,पिस्टल समेत अन्य रक्षा उत्पादों का देश में ही उत्पादन होगा। जिससे देश की जीडीपी में भी वृद्धि होगी। उद्यमियों ने डिफेंस कॉरिडोर में अपनी इकाइयों की स्थापना के प्रति उत्साह दिखाया है। सरकार अधिग्रहीत भूमि को कम कीमत पर आवंटित कर रही है। अंडला में डिफेंस कॉरिडोर विकास के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। यह नोड राजधानी दिल्ली एनसीआर के निकट है। अंतरराष्ट्रीय जेवर एयरपोर्ट से छियालीस किमी,अलीगढ़ जंक्शन से पन्द्रह किमी एवं धनीपुर एयरपोर्ट से सोलह किलोमीटर की दूरी पर स्थापित है। निवेशकों द्वारा रक्षा सामग्री एवं अन्य युद्धक सामग्री की फैक्टरी लगाने में बड़ी रुचि दिखाने के पीछे यहां से परिवहन सेवा अच्छा होना भी बड़ा कारण है।
इससे भारतीय सेना को मजबूती प्रदान होने के साथ साथ क्षेत्रीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। अलीगढ़ नोड में चार लेन के संपर्क मार्ग का निर्माण,तैतीस केवीए के सब स्टेशन का निर्माण कार्य, ट्रांसमिशन लाइन की शिफ्टिंग का कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। परियोजना में परिसर की बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य एवं एक हजार किलो लीटर क्षमता का ओवर हैड टैंक एवं पुलिस चौकी का निर्माण जल्द ही प्रारंभ होगा। बीस कंपनियों को भूमि का आवंटन किया गया है। तरह इकाइयों की रजिस्ट्री हो चुकी है। दो इकाइयां लिंकोर डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड और पीटू लॉजिटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जल्द ही रजिस्ट्री कराई जाएगी। अभी तक एंकर रिसर्च लैब एलन एंड एलवन द्वारा ड्रोन निर्माण नित्या क्रिएशंस इंडिया जय सांई अनु ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड एमएस प्रिसिजन प्रोडक्ट्स, रॉयल सेल्स प्राइवेट लि. द्वारा प्रिसिजन कंपोनेन्ट, पीबीएम इंसूलेशन प्राइवेट लिमिटेड दीप एक्सप्लो इक्विपमेंट प्राइवेट लि द्वारा मैटेलिक पार्ट्स फॉर ग्रेनेड एंड एक्सप्लोसिव कोबरा इंडस्ट्रीज द्वारा डिफेंस पैकेजिंग श्रीधा उद्योग द्वारा एयरोस्पेस पार्ट्स वैरीविंन डिफेंस प्राइवेट लि द्वारा छोटे हथियार न्यू स्पेस रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लि.द्वारा यूएवीज, एडवांस्ड फायर एंड सेफ्टीज द्वारा अग्निशमन उपकरण, नवराज मेटल वर्क्स द्वारा टंगस्टन रॉड क्रिमिसन एनर्जी एक्सपोर्ट प्राइवेट लि.द्वारा नेविगेशन डिवाइस,ट्रैसट्रिक्स ऑक्टोडायनामिक द्वारा प्रिसिजन एवं ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंट सिंडीकेट इनोवेशन इटरनेशनल लि.द्वारा स्मॉल आर्म्स एंड एमिनेशन तैयार किए जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तक जनपद अलीगढ़ विश्व में ताले एवं हार्डवेयर के लिए जाना जाता रहा है। एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत जनपद अलीगढ़ में ताले एवं हार्डवेयर को चिन्ह्ति किया गया है। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना से अब अलीगढ़ की पहचान रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में भी होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का आगमन न केवल राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के प्रति केन्द्र व प्रदेश सरकार की विनम्र श्रद्धांजलि होगी। यह महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को सम्मान देने का भी अवसर होगा। यहां राज्य विश्वविद्यालय दशकों से की जा रही थी। वर्तमान सरकार जन आकांक्षाओं के अनुरुप कार्य कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं यहां उपस्थित होकर डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर एवं राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय जनता को सौंपेंगे।
इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उपस्थित जनता जनार्दन को प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने शिलान्यास कार्यक्रम हेतु प्रधानमंत्री की यात्रा तैयारियों को लेकर समीक्षा की। इसमें स्थानीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम स्थल और डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा एवं गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा उपस्थित थे। सुरेश राणा को शिलान्यास कार्यक्रम व्यवस्था संबन्धी दायित्व दिया गया है। मुख्यमंत्री ने उन्हें इसके दृष्टिगत अलीगढ़ में ही कैम्प करने का निर्देश दिया है। योगी आदित्यनाथ ने लोधा स्थित कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर एवं राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के सम्बन्ध विस्तृत जानकारी संबन्धी प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया।