लखनऊ। श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी द्वारा नगर के सभी गुरुघर सेवादारों और मुखियों को सम्मानित किया गया। स्वर्णजयंती समारोह को स्वर्णिम बनाने में अमरीक सिंह “शमा”, बख्शीश सिंह सोढ़ी और नरिंदर सिंह मोंगा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
श्री गुरुसिंह सभा अध्यक्ष गुरुद्वारा नाका हिंडोला अध्यक्ष राजिन्दर सिंह बग्गा ने सबको सम्मानित करते हुये कहा कि सोसाइटी ने विगत 50 वर्षो में जो सेवायें प्रदान की हैं वे अद्वितीय हैं। मैं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए प्रभु से प्रार्थना करता हूं कि यह सोसाइटी आने वाले दिनों में अपने अस्तित्व के 100 वर्ष इसी प्रकार की सेवा करते हुये पूरी करे।
अपने जीवन के 50 वर्षों का लेखाजोखा प्रस्तुत करते हुए सरदार कृपाल सिंह एबट, मुख्य सेवादार ने समाज के प्रति सेवाओं का विवरण प्रस्तुत किया और अतीत की ओर झांकते हुए स्वर्णिम इतिहास दोहराया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1971 में स्वर्ण मंदिर अमृतसर से प्रेरणा प्राप्तकर सरदार अमरीक सिंह “शमा” वालों ने लखनऊ में इस सोसाइटी की स्थापना की थी, जो आज अपने 50 वर्ष पूरे कर 51वें वर्ष में सेवारत है।
गुरुवाणी, गुरुमत, मातृभाषा पंजाबी और गुरुमुखी विद्या से जोड़ने वाले सरदार बख्शीश सिंह सोढ़ी और उनकी सुपुत्री मेजर मनमीत कौर सोढ़ी ने हज़ारों बच्चों को गुरुचरनों में लगाया तथा सरदार नरिंदर सिंह मोंगा ने धार्मिक परीक्षा लेकर धर्म की जानकारी दी। श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी के साथ जुड़ी सभी निष्काम सेवा सोसाइटियों एवं हस्तियों को शील्ड और सिरोपा प्रदान किये गए। सूक्ष्म जलपान के साथ कार्यक्रम सम्पूर्ण हुआ।