गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी मेला में श्रद्धालु गुरु गोरखनाथ बाबा को देश विदेश से आकर खिचड़ी चढ़ाते जहां लाखों श्रद्धालु आकर गुरु गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाकर मेले का लुफ्त उठाते हैं भीड़ को देखते हुए एडीजी जोन ने पुलिस प्रबंध व्यवस्था की समीक्षा करते हुए संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाई जाती है।
कोरोना के मद्देनजर भीड़ को लेकर विशेष इंतजाम और सतर्कता बरती जा रही है। खिचड़ी मेले में आने वाले श्रद्घालुओं की सुरक्षा के लिये कड़े इंतजाम किये गए हैं। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा अभेद्य होगी। निगरानी और सुरक्षा की आधुनिक तकनिकी का समावेश करते हुए सुरक्षा व्यवस्था का विस्तार किया गया है। प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था की है कि खिचड़ी मेला और मंदिर दर्शन दोनों साथ-साथ निर्बाध रूप से चलता रहे।गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले खिचड़ी मेले की सुरक्षा के लिए एक अस्थायी थाना और सात पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से मंदिर को चार जोन व 12 सेक्टर में बांटा गया है।
भीम सरोवर में एसडीआरएफ के साथ फ्लड पीएसी भी तैनात रहेगी। खिचड़ी मेले में यह लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहता है। 5 एएसपी, 12 सीओ, 31 निरीक्षक और 260 उप निरीक्षक 1020 सिपाही मेले की सुरक्षा में लगाए जाएंगे। 21 महिला उप निरीक्षरक और 275 महिला सिपाही भी होंगी। मंदिर परिसर में आने-जाने वाले रास्तों के अलावा 55 और जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। पुलिस के अलावा एटीएस की 28 लोगों की टीम, एक कंपनी आरएएफ व पांच कंपनी पीएसी के जवान भी तैनात किये जा रहे हैं। परिसर में सात वाच टावर और लाइट का इंतजाम और पार्किंग के लिए 10 स्थान निर्धारित किए गए हैं। 4 फायर टेंडर भी हर समय सक्रिय रूप से तैनात रहेंगे।
मुख्य गेट के सामने समेत वाच टावर ऐसी जगह लगाए जा रहे हैं जहां से पूरे मेले की निगरानी आराम से की जा सकेगी। कंट्रोल रूम हर आने जाने वाले पर नजर रखेगा। वहीं से सीसीटीवी कैमरों के जरिये मानीटरिंग होती रहेगी। मेला परिसर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तो तैनात किए ही जाएंगे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ रत्नेश सिंह सहित अन्य संबंधित मौजूद रहे।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवल