औरैया। जनवरी (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साढ़ू जिले की बिधूना क्षेत्र से विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता एलएस ने सपा पर अपनी मूल विचार धारा से भटकने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब सपा में नेता जी (मुलायम सिंह यादव) व शिवपाल सिंह यादव का कोई सम्मान नहीं बचा है। प्रमोद गुप्ता ने आज लखनऊ में भाजपा की ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मी कान्त बाजपेई की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश में आम विधानसभा चुनाव की घोषणा किए जाते ही नेताओं के दल-बदल का ऐसा दौर शुरू हुआ जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। प्रतिदिन कोई न कोई नेता अपने पुराने दल को छोड़ नये दल में अपना भविष्य तलाश रहा है। इसी क्रम में आज सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता (अब साधना यादव) के बहनोई पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता “एलएस” जो कि इस समय प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के पदाधिकारी थे ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर भगवा रंग में रंग गये हैं।
बुधवार को जहां सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा ने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की वहीं गुरूवार को उनके साढ़ू प्रमोद गुप्ता एलएस ने लखनऊ में भाजपा की सदस्यता कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मी कान्त बाजपेई की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का एक गिरोह है जो कि सत्ता की दलाली करता है। उनके गिरोह में चोर उचक्के और उठाईगीर शामिल हैं। यह किसी के नहीं हैं। एलएस गुप्ता के भाजपा में शामिल होने के निर्णय से उनके समर्थकों में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
बचपन से किया संघर्ष :- प्रमोद गुप्ता बचपन से ही मुलायम सिंह यादव के साथ जुड़ गए थे और उनके द्वारा किसान, नौजवान, युवा, बेरोजगारों के लिए किए गए आन्दोलनों के दौरान कई बार जेल भी गये। जब भी चुनाव आते थे तो ष्एलएसष् एक हाथ से कलर की बाल्टी और एक हाथ में ब्रुश लेकर दीवारों, पुलों आदि पर मुलायम सिंह के समर्थन में नारे लिखते हुए दिखाई देते थे। बचपन से ष्एलएसष् की यही मेहनत और निष्ठा उन्हें मुलायम सिंह के अत्यंत करीब लायी थी और वह उनके सबसे चहेते विश्वास पात्रों में से एक बन गये थे।
नगर पंचायत के चेयरमैन के साथ विधायक भी बने :- यूं तो प्रमोद गुप्ता कट्टर सपाई और मुलायम सिंह के अत्यंत करीबी माने जाते थे पर 2007 में हुए नगर पंचायत बिधूना के चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट तक नहीं दिया जिससे नाराज होकर और पार्टी से बगावत कर वह निर्दलीय चुनाव में न केवल कूद पड़े बल्कि विजयी बनकर पार्टी को अपने जमीनी जनाधार का आइना भी दिखा दिया। जिसके बाद सपा ने 2012 में हुए विधानसभा के चुनाव में बिधूना क्षेत्र से उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा तो पार्टी के विश्वास पर खरा उतरते हुए और अपने जनाधार के बल पर इतिहास लिखते हुए विजय श्री हासिल कर एक साथ चेयरमैन व विधायक बनने का सौभाग्य हासिल किया।
अखिलेश यादव से नहीं रहे अच्छे संबंध :- बिधूना क्षेत्र से सपा विधायक होने के बाद भी रिश्ते में भतीजे और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कभी भी संबंध अच्छे नहीं रहे, जिसके चलते उन्हें कई बार अपमान का घूंट भी पीना पड़ा। सपा मुखिया अखिलेश यादव से जुड़े बिधूना क्षेत्र के परम्परागत सपाई कार्यकर्ताओं ने कभी उन्हें सम्मान देना तो दूर विधायक तक मानने को तैयार नहीं रहे उल्टे पार्टी मीटिंगों में कई बार उन्हें अपमानित करने का भी प्रयास किया यही कारण था कि एलएस का जुड़ाव शिवपाल सिंह यादव से ज्यादा रहा।
शिवपाल के साथ प्रसपा में रहे :- सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा विधायक रहते हुए भी ष्एलएसष् को किसी तरह का महत्व न दिए जाने से आहत होकर वह शिवपाल सिंह द्वारा नयी पार्टी बनाये जाने पर उनके साथ प्रसपा में चले गए थे और अभी तक उन्हीं के साथ थे। पिछले दिनों अखिलेश यादव व शिवपाल यादव के मिलन व गठबंधन की चर्चाएं जब मीडिया की सुर्खियों में थी तो एलएस गुप्ता ने भी उम्मीद पाल रखी थी शिवपाल सिंह बिधूना क्षेत्र से चुनाव लड़ाये जाने हेतु उनकी (एलएस) पहल करेंगे। पर जब ष्एलएसष् ने देखा कि वहां पर शिवपाल सिंह यादव की किसी बात पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है तो वह अपने लिए नई सम्भावनाएं तलासने में जुट गए थे।
अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के निर्णय ने एलएस की राह की आसान :- सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव जो कि “एलएस” के भतीजे की बहू भी है के द्वारा सपा छोड़ भाजपा में शामिल होने के निर्णय लेने के साथ ही “एलएस” के लिए भी अपने भविष्य के लिए नई राह बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया और उन्होंने भी भाजपा में अपना मुकम्मल मुकाम तलाश गुरूवार को लखनऊ में पार्टी सदस्यता कमेटी की अध्यक्ष लक्ष्मी कान्त बाजपेई की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
आसपास के जनपदों में वैश्य मतों पर पड़ेगा प्रभाव:-
प्रमोद गुप्ता एलएस जिनकी पहचान औरैया, इटावा, कन्नौज, कानपुर देहात आदि आसपास के जनपदों में एक बड़े वैश्य नेता के रूप में है। उनके भाजपा में शामिल होने से जहां सपा को नुकसान होगा वहीं भाजपा को स्पष्ट तौर लाभ मिलेगा। उनके साथ गैर वैश्य समाज के कार्यकर्ताओं की भी एक बड़ी टीम है, जिनका लाभ भी भाजपा को मिलेगा।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह