दस मार्च को ईवीएम से नतीजे निकलेंगे लेकिन इससे पहले ही सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ का शोर शुरू हो गया है। राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से अपनी सरकार बनाने की कसरत में जुट गए हैं।
किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो ऐसी स्थिति में बहुजन समाज पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और आम आदमी पार्टी समेत निर्दलीयों की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि वैसे तो अभी इस बात को कहना काफी जल्दबाजी होगी।
उन्होंने कहा कि वे बसपा के साथ रहेंगे और उन्होंने किसी पार्टी से न तो कोई संपर्क किया है और न ही वह बिकने वाले प्रत्याशी हैं। उत्तराखंड क्रांति दल प्रदेश का एकमात्र क्षेत्रीय दल है और माना जा रहा है कि यूकेडी के भी कुछ विधायक इस बार जीत सकते हैं।