New Delhi, (लाल बिहारी लाल)। कवयित्री सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’ (Poetess Sukhmila Agarwal ‘Bhumija’) को काशी हिंदी विद्यापीठ वाराणसी (Kashi Hindi Vidyapeeth Varanasi) एवं परिवर्तन योगेश संस्थान (Parivartan Yogesh Sansthan) द्वारा हिंदू नववर्ष स्वागत समारोह में ‘विद्या वाचस्पति’ एवं ‘मणिकार्णिका सम्मान’ से सम्मानित किया गया। काशी हिन्दी विद्यापीठ के कुलाधिपति,कुलपति एवं परिवर्तन योगेश संस्थान के महासचिव तरेहन द्वारा सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’ को शाल, मेडल, सर्टिफिकेट व ट्राफी देकर सम्मानित किया।
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इस अवसर पर सुखमिला अग्रवाल’भूमिजा’ को एक और सम्मान उनके साहित्य व समाज सेवा के क्षेत्र में किया गये श्रेष्ठ व प्रेरक, अनुकरणीय कार्यों के मद्देनजर ‘मणिकार्णिका नारी सम्मान -2025’ भी प्रदान किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि डा कृष्णानंद प्रमुख महामंडलेश्वर संस्थापक पीठाधीश्वर महर्षि भारद्वाज सनातन अखाड़ा एवं वरिष्ठ लेखिका ममता नोगरेया एवं आत्मा नन्द महाराज, तारण पंथ जैन धर्म संघ गौरव दशम प्रतिमाधारी बाल ब्रह्मचारी अंतरराष्ट्रीय संत , इन सबकी कार्यक्रम में गरिमापूर्ण उपस्थिति रही।
मुख्य अतिथि,अति विशिष्ट, विशिष्ट महानुभावों, आगंतुकों एवं अतिथियों ने सुखमिला अग्रवाल’भूमिजा’ को अनेकानेक बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उल्लेखनीय है कि सुखमिला अग्रवाल’भूमिजा’ को पूर्व में भी कई सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। अच्छी बात यह है कि पिछले कई वर्षों से यह संस्थान निस्वार्थ कार्य कर रही है। यह संस्था देश भर से ऐसे व्यक्तियों को उनके कार्यों के आधार पर चुनकर तत् पश्चात् सम्मानित करती है।