सत्तानबे प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स तथा कोमॉर्बिड सीनियर सिटिजन को प्रिकॉशन डोज उपलब्ध करवायी जा चुकी है। पन्द्रह से सत्रह आयु वर्ग के करीब एक करोड़ तीस लाख बच्चों को वैक्सीन की प्रथम डोज दी गई है। विशेषज्ञों को आशंका है कि फोर्थ वेव भी आ सकती है। इसलिए सतर्कता और सावधानी बरतना आवश्यक है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, March 16, 2022
कोरोना आपदा प्रबंधन में योगी मॉडल की प्रशंसा दुनिया में रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसकी सराहना की थी। अमेरिका की चर्चित टाइम मैगजीन ने योगी आदित्यनाथ पर आवरण रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस पूरी अवधि में योगी आदित्यनाथ ने कई बार प्रदेश की यात्राएं की थी। वह अनवरत प्रबंधन का जायजा लेते रहे। वैक्सिनेशन के संबन्ध में भी केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित किया गया।
योगी आदित्यनाथ वैक्सिनेशन केंद्रों में पहुंच कर लोगों का उत्साह वर्धन करते रहे। इसके साथ ही समाज को जागरूक बनाने का भी कार्य किया गया। इसके चलते उत्तर प्रदेश ने वैक्सिनेशन का रिकार्ड कायम कर दिया। यह यात्रा अगले चरण के रूप में जारी है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वाधिक टेस्ट व सर्वाधिक वैक्सीनेशन करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। राज्य में अब तक करीब तीस करोड़ वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।
प्रदेश में वैक्सीन की पहली डोज के शत प्रतिशत से अधिक के लक्ष्य को प्राप्त किया जा चुका है। अब तक एक सौ तीन प्रतिशत से ऊपर वैक्सीन की प्रथम डोज पूरे प्रदेश में उपलब्ध करवाई जा चुकी है। सेकेण्ड डोज भी प्रदेश में बयासी प्रतिशत से अधिक लोगों ने ले ली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बारह से चौदह आयु वर्ग के बच्चों के कोविड टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल चिकित्सालय में किया। उन्होंने चिकित्सालय के वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण किया। टीकाकरण के लिए आये बच्चों से संवाद किया। टीकाकरण के केन्द्र की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने अधिकारियों को टीकाकरण कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए।
बारह से चौदह साल के बच्चों को प्रदेश के तीन सौ केन्द्रों में यह वैक्सीन उपलब्ध करवाई जा रही है। सभी के लिए प्रर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देश में चले भारत के कोरोना प्रबन्धन की दुनिया में सराहना हुई है। यहां तक कि अन्य देशों में भी भारत के कोरोना मॉडल को अपनाया गया है। कोरोना के खिलाफ लागू किए गये फोर टी फॉर्मूले के तहत ट्रेस,टेस्ट,ट्रीट और टीका,इन सभी में उत्तर प्रदेश अग्रणी है।
सत्तानबे प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वॉरियर्स तथा कोमॉर्बिड सीनियर सिटिजन को प्रिकॉशन डोज उपलब्ध करवायी जा चुकी है। पन्द्रह से सत्रह आयु वर्ग के करीब एक करोड़ तीस लाख बच्चों को वैक्सीन की प्रथम डोज दी गई है। यह लगभग बनावे प्रतिशत है। सैंतालीस प्रतिशत बच्चों को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। विशेषज्ञों को आशंका है कि फोर्थ वेव भी आ सकती है। इसलिए सतर्कता और सावधानी बरतना आवश्यक है।