लखनऊ। कर्नाटक विवाद को लेकर राजधानी में आज कांग्रेस ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का पुतला फूंक भाजपा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। विरोध-प्रदर्शन में के नेताओं ने बताया कि कि कर्नाटक में संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अलोकतांत्रिक तरीके से भारतीय जनता पार्टी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दबाव में राज्यपाल द्वारा भाजपा सरकार को शपथ ग्रहण कराये जाने के विरोध में ये प्रदर्शन हुआ। वहीं शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर जिला/शहर कांग्रेस कमेटियों द्वारा धरना दिया जायेगा। राजधानी लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर के नेतृत्व में ये धरना होगा।
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबन्धन को
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने बताया कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबन्धन को पूर्ण बहुमत होने एवं भाजपा की कम सीट होने के बावजूद राज्यपाल द्वारा भाजपा को सरकार बनाने एवं शपथ ग्रहण कराये जाने का निर्णय अलोकतांत्रिक और गैर कानूनी है। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को 38 प्रतिशत मत एवं भाजपा को 36 प्रतिशत मत मिला है। लेकिन जिस प्रकार ऐन-केन-प्रकारेण सरकार बनाने और खरीद-फरोख्त को खुलेआम अंजाम दिया गया, जिसे पूरा देश देख रहा है, शर्मनाक है। इसके पूर्व गोवा, मणिपुर एवं मेघालय में कांग्रेस पार्टी के सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के बावजूद भाजपा के गठबन्धन को सरकार बनाने के लिए वहां के राज्यपालों द्वारा आमंत्रित किया गया।
विरोध प्रदर्शन में पूर्व मंत्री रामकृष्ण , एमएलसी दीपक सिंह, पूर्व मंत्री राजबहादुर, पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, वीरेन्द्र मदान समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।