बछरावां(रायबरेली)। कस्बे के दयानंद पीजी कॉलेज में Parashuram Jayanti परशुराम जयंती का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुंदर लाल दीक्षित का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
Parashuram Jayanti का आयोजन कर ब्राह्मणों का बढ़ाया सम्मान
बछरावां के दयानन्द पीजी कॉलेज में Parashuram Jayanti परशुराम जयंती के अवसर पर श्री दीक्षित ने कहा कि ब्राह्मणों का सम्मान होना अति आवश्यक है उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी ने सदैव अन्याय का विरोध किया है। अन्याय के खिलाफ ब्राह्मणों को एकजुट रहना ब्राह्मणों का कर्तव्य एवं दायित्व है। श्री दीक्षित ने कहा कि ब्राह्मणों का संगठन मजबूत करने की जरूरत है,जिससे कि ब्राह्मणों के मान सम्मान के लिए लड़ाई आगे तक लड़ी जा सके। प्रत्येक सरकार ब्राह्मणों को सम्मान देती है। जिसका जीता-जागता उदाहरण बछरावां के भाजपा विधायक राम नरेश रावत ने परशुराम जयंती का आयोजन कर पूरे प्रदेश में ब्राह्मणों के सम्मान को बढ़ाने का काम किया है।
51 किलो का माला पहनाकर किया स्वागत
कार्यक्रम के आयोजक भाजपा मंडल अध्यक्ष हरि कृष्ण पांडे ने मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुंदर लाल दीक्षित का 51 किलो का माला पहनाकर सम्मान किया।
इस अवसर पर उत्कर्ष पब्लिक इंटर कॉलेज के संस्थापक ने ‘तेरी चर्चा यहां वहां, यह मत पूछो कहां कहां’ कविता के माध्यम से मुख्य अतिथि का सम्मान किया।
इस अवसर पर भाजपा विधायक राम नरेश रावत ने कहा कि ‘ब्राह्मणों का सम्मान सदैव किया गया है सदैव किया जाता रहेगा क्योंकि ब्राह्मण समाज ने सदैव सभी समाजों को सम्मान देने का काम किया है।’
वरिष्ठ समाजसेवी सौर्यमंडल शुक्ला ने कहां कि ‘वर्तमान समय में ब्राह्मणों की लड़ाई लड़ने के लिए सभी ब्राह्मण एकजुट हैं। ब्राह्मणों का सम्मान सदैव होना चाहिए।’
भगवान परशुराम ने सदैव ब्राह्मणों के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी थी। इसलिए आज उनका सम्मान आदर के साथ लिया जाता है : सौर्यमंडल शुक्ला
इस अवसर पर प्रमोद शुक्ला, कृपा शंकर शुक्ला, विमल द्विवेदी, बृजेश शुक्ला, वीरेंद्र गौतम ,मनोज तिवारी, कंचन द्विवेदी ,अमित अवस्थी, आशीष शुक्ला ,विपिन बाजपेई ,मंजुल चतुर्वेदी, सज्जन मिश्रा ,सतीश तिवारी, हरि ओम चतुर्वेदी, सौरभ शुक्ला, श्री चौधरी ,बालकृष्ण पांडे ,शिवकुमार पांडे, यश पांडे ,किशन कुमार, सुरेंद्र चौधरी, विनोद द्विवेदी, एडवोकेट विद्यासागर अवस्थी, एडवोकेट नरेंद्र शुक्ला सहित बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग मौजूद रहे।