उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने बचपन के दिनों को याद कर भावुक हुए। उन्होंने बताया कि वह कच्चे मकान में रहते थे। वर्षा में मड़ई से पानी आने लगता था। घर में छाता भी नहीं था। खाली पड़ी खाद की बोरियों को ओढ़ कर पानी से बचने का प्रयास किया जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों की इस कठिनाई को समझा। बेघर लोगों को पक्के मकान बना कर देने का अभियान चलाया गया। देश में करीब तीन करोड़ लोगों को पक्के आवास बना कर दिए गए है। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान अठारह हजार आवास स्वीकृत हुए थे। जबकि योगी सरकार ने पांच वर्ष में करीब पैतालीस लाख आवास बना कर गरीबों को दिए है। पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार को गरीबों के प्रति समर्पित बताया था।
विगत सात वर्षों में गरीब कल्याण की अनेक योजनाओं को लागू किया गया। यह सभी योजनाएं उपलब्धियों की दृष्टि से अभूतपूर्व रही है। अस्सी करोड़ गरीबों तक किसी न किसी योजना का सीधा लाभ पहुंचा है। इसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने भी केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं को सर्वाधिक प्रभावी रूप में क्रियान्वयन किया। पचास योजनाओं में उत्तर प्रदेश देश में नम्बर वन बन गया। प्रदेश के पन्द्रह करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना को जारी रखने की घोषणा की गई है।
स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में दो करोड़ इकसठ लाख शौचालय बनवाये गये हैं। इसी तरह उज्ज्वला, सौभाग्य, उजाला, पीएम किसान सम्मान निधि में भी उत्तर प्रदेश ने बेहतर कार्य किया है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड तथा विन्ध्य क्षेत्र में हर घर नल योजना प्रारम्भ की गयी है। सरकार ने उत्तर प्रदेश के ओवर ऑल पर्सेप्शन को बदल दिया है।