बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की चीफ और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी (एसपी) पर उन्हें लेकर अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने इस दौरान कहा कि, वह यूपी की मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हैं, लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि, “मैं डॉ. भीमराव आंबेडकर और कांशीराम के सपनों और आदर्शों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं. मैं कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण और उत्थान के लिए लड़ रही हूं. मैं मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनकर वंचित समुदाय के कल्याण के लिए काम कर सकती हूं, लेकिन राष्ट्रपति बनकर नहीं.”
मायावती ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी की जीत के लिए समाजवादी पार्टी जिम्मेदार है. सपा को मुस्लिम और यादव समुदाय का एकतरफा वोट मिला था. सपा ने सत्ता हासिल करने के लिए कई दलों से गठबंधन भी किया, लेकिन उसके मंसूबे सफल नहीं हुए.
बसपा चीफ यहीं नहीं रुकीं,उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, “सपा प्रमुख ने महसूस किया है कि मुसलमानों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सदस्यों को गुमराह नहीं किया जा सकता है. “