- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, August 01, 2022
लखनऊ। गत दिनांक 31.07.2022 को नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह एवं क्षेत्रीय पार्षद संजय सिंह राठौर की उपस्थिति में गोमती नगर के विराट खंड में भवन संख्या 2/150 के सामने स्थित पार्क में हरित कूड़े को वैज्ञानिक रूप से डि-कम्पोज करने की विधि का प्रशिक्षण वेल्लोर तमिलनाडु से विशेष अतिथि के रूप में आए सी.निवासन द्वारा दिया गया।
उन्होंने बताया कि एसएलआरएम (ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन) के ज़रिये पार्कों में मौजूद गीले एवं सूखे कूड़े को इस्तेमाल में लाकर उससे खाद बनाई जा सकती है। इस विधि द्वारा कचरे का एकीकरण, पृथक्कीकरण, पुनर्चक्रण एवं निष्पादन किया जायेगा जो पर्यावरण के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगा।
उपरोक्त के क्रम में लखनऊ नगर निगम के प्रधान मालियों की एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला गोमती नगर निवासी अधिवक्ता बी.के. सिंह द्वारा इस संदर्भ में किए गए कार्यो का अवलोकन कराते हुए प्रारम्भ की गयी। श्री सिंह द्वारा पूर्व से ही हरित कूड़े को डिकम्पोज करने का कार्य बड़ी ही रुचि से किया जाता आ रहा है। तदक्रम में ही इस पार्क को प्रशिक्षण के लिए चुना गया था। नगर निगम के अंतर्गत कार्यरत सभी प्रधान मालियों व सहायक प्रधान मालियों को एसएलआरएम (सॉलिड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट) के तहत, हरित कूड़े से खाद आदि बनाये जाने की विधि का प्रशिक्षण भी दिया गया।
प्रशिक्षण में बताया गया कि किस प्रकार से नगर के समस्त पार्कों में उद्यानिक साफ सफाई से निकलने वाले अवशेषों को डिकॉम्पोज किया जाए, जिससे कि यहां से निकलने वाले कूड़े को कूड़ा घरों में जाने से रोका जा सके और इस हरित कूड़े को खाद के रूप में इस्तेमाल कर लाभकारी बनाया जा सके।
उपरोक्त के पश्चात नगर निगम के मालियों को रिजर्व पुलिस लाइन में ले जाकर पत्तियों से खाद बनाने की प्रक्रिया को भौतिक रूप से दिखाया गया तथा प्रक्रिया व विधि के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
नगर आयुक्त द्वारा कहा गया कि आम जनता को भी इस संबंध में जागरूक किया जाएगा कि वे अपनी रसोई से निकलने वाले किचेन वेस्ट अर्थात सब्जियों व फलों आदि के छिलके या कूड़े को घर मे ही डिकॉम्पोज कर उसे इस्तेमाल में लाएं जिससे कि इस लाभकारी कूड़े को अनावश्यक कूड़े घर तक जाने ही न दिया जाए। यह भी बताया गया कि यदि किसी के घर मे डिकॉम्पोज जैसी प्रक्रिया किया जाना सम्भव न हो पा रहा हो तो उस हरित कूड़े को नगर निगम को भी सौंपा जा सकता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष के रूप में उद्यान अधीक्षक गंगा राम गौतम मौजूद रहे।