विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार से लैटिन अमेरिका के तीन प्रमुख देशों ब्राजील, अर्जेंटीना और पैराग्वे के दौरे पर रहेंगे। उनका यह दौरा 22 से 27 अगस्त तक होगा। इन 03 देशों में विदेश मंत्री की यात्रा लैटिन अमेरिकी देशों में हमारे भागीदारों के साथ चल रहे उच्च-स्तरीय जुड़ाव को जारी रखने, महामारी के बाद के युग में सहयोग के नए क्षेत्रों का पता लगाने और द्विपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।
जयशंकर ने क्षेत्र के अपने दौरे से पहले शुक्रवार को नई दिल्ली में लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों के राजदूतों से भी मुलाकात की थी।
भारतीय समुदाय के लोगों साथ की मुलाकात: विदेश मंत्री ने लैटिन अमेरिकी देशों की यात्रा की शुरूआत ब्राजील में साओ पाउलो में भारतीय समुदाय के साथ मुलाकात से की। उन्होंने दोनों देशों के बीच सेतु के रूप में काम करने के लिए भारतवंशियों के प्रति आभार भी व्यक्त किया है। साओ पाउलो में विदेश मंत्री डा० एस जयशंकर ने कहा जब हम आजादी के 75वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं, देश का मूड बहुत आशावादी है। यह एक ऐसा भारत है जो बड़ी चीजों में सक्षम है। हमने यूक्रेन-रूस संघर्ष के दौरान एक संगठित प्रयास के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर निकाला है।
महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया, ऐतिहासिक कासा डे ला इंडिपेंडेंसिया का दौरा किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर दक्षिण अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं। उन्होंने रविवार को पराग्वे में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया और शहर के प्रमुख तट पर इसे लगाने के वहां के प्रशासन की सराहना की। विदेश मंत्री ने ट्विटर पर लिखा ‘शहर के प्रमुख तट पर महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने के लिए असुनसियन नगर पालिका के फैसले की सराहना करता हूं।
यह एकजुटता का बयान है जो कोविड महामारी के दौरान इतनी दृढ़ता से व्यक्त किया गया है।’ इसके साथ ही ऐतिहासिक कासा डे ला इंडिपेंडेंसिया का दौरा किया, जहां से पराग्वे का स्वतंत्रता आंदोलन दो शताब्दियों से भी पहले शुरू हुआ था।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी