रायबरेली। प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ से आज रायबरेली में राना बेनी माधव सिंह जी 218 वी जयंती पर आयोजित भाव समर्पण कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि इस कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का मौका मिला। राना बेनी माधव सिंह जी स्वतंत्रता संग्राम के नायक रहे और उन्होंने कभी भी अंग्रेजों के आगे घुटने नही टेके।ऐसे महानायक को मेरा नमन है। उन्होंने आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कारगिल युद्ध के नायक और परमवीर चक्र से सम्मानित सूबेदार मेजर संजय कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युद्ध काल में सर्वोच्च शौर्य और पराक्रम दिखाने वाले भारतीय सेना के जवानों को यह सम्मान मिलता है और उसमें भी विरले ही लोग होते हैं जो अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं
उन्होंने कहा कि राणा बेनी माधव सिंह जी हमें आजादी का अहसास 90 साल पहले ही करा दिया था। आजादी के महानायक को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमें आजादी मिली यह सच है कि लोगों के शौर्य और पराक्रम से हमें आजादी मिली और आजादी के 75 सालों में हमारे देश के सैनिकों ने इस आजादी को अक्षुण्ण बना रखा है।
अगर दुनिया में अपने आप को बनाए रखना तो हमें दुनिया के साथ चलना होगा। लेकिन ये केवल सरकार का काम नहीं है समाज का हर एक व्यक्ति जो सब अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगा तभी एक मजबूत देश का निर्माण हो सकेगा। सरकार केवल नेतृत्व दे सकती है लेकिन आप लोगों को आगे आना होगा।
हमे ऐसे भारत का निर्माण करना जो विश्व का नेतृत्व कर सके। शांति और सौहार्द का संदेश देते हुए आगे बढ़ना है। शांति और सौहार्द बिना शौर्य और पराक्रम के नहीं आता है ये बात हर भारतीय को समझना होगा।
उन्होंने अपने भाषण में कोरोना काल की विसंगतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि दो ढाई साल सरकार के लिए बहुत ही कठिन रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में कोरोना काल मे बेहतर काम किया है। उन्होंने कहा कि तकनीक महत्वपूर्ण है लेकिन हमें अपनी सभ्यता को खत्म नही करना है।
उन्होंने देशभर के सभी कॉलेजों से अनुरोध किया है कि केवल डिग्री बांट देना ही स्कूल का काम नहीं है बल्कि लोगों को शिक्षित करना है ताकि वह समाज में आगे आकर समाज निर्माण में योगदान दें। उन्होंने कहा कि आजादी के इस अमृत महोत्सव में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने शहर के आसपास आजादी के उन शहीदों को ढूंढे जिन्होंने आजादी में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ज्ञात अज्ञात हमें उन्हें ढूंढने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अवध क्षेत्र में हजारों नायक ऐसे थे जो गुमनाम ही रहे हैं। उनके नाम इतिहास की पुस्तकों से गायब हो गए। हमारी शिक्षण संस्थाएं यह सोच है कि आजादी के महानायक ओं को दूर करके उन्हें लिपिबद्ध करें केवल सरकार के भरोसे ना रहे हैं कि सरकार उन्हें निर्देश देगी तब वह यह काम करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अनवरत यात्रा में आगे बढ़ रहा है।
अगर हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने लगे तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी। जब हमारा देश आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा तो भारत दुनिया में सबसे आगे कतार में खड़ा हुआ देश होगा।
समाज के हर तबके के व्यक्ति को जोड़ करके पार्टी को सफल बनाना है।
जब डीएम बनी एथलीट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में डीएम माला श्रीवास्तव एक बार फिर एथलीट बनकर दौड़ी। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में बहराइच में वह एथलीट बन कर दौड़ी थी। आज जब योगी आदित्यनाथ जैसे ही डिग्री कॉलेज ऑडिटोरियम पहुंचे वहां डीएम माला श्रीवास्तव भागकर कार्यक्रम स्थल पर पहुँची।
वही कार्यक्रम में स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश सिंह मयंकेश्वर सिंह राज्यमंत्री सदर विधायक अदिति सिंह व नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मुकेश श्रीवास्तव वरुन तिवारी के साथ सैकडों लोगो ने किया स्वागत।
चप्पे चप्पे पर रहा खाकी का साया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में खाकी का साया रहा।चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा।कार्यक्रम में
05 अपर पुलिस अधीक्षक, 18 पुलिस उपाधीक्षक, 30 निरीक्षक, 25 थाना प्रभारी, 80 उप-निरीक्षक, 700 मुख्य आरक्षी/आरक्षी एवं यातायात व्यवस्था हेतु 02 निरीक्षक यातायात, 05 उप-निरीक्षक यातायात, 25 मुख्य आरक्षी/आरक्षी यातायात एवं 02 कम्पनी पीएसी बल लगाई गई थी।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा