• जिला चिकित्सालय में गोष्ठी कर कैंसर के प्रति किया गया जागरूक
औरैया। कैंसर के प्रति जागरूकता जरूरी है। हमें अपने खानपान और जीवन शैली में बदलाव लाना होगा। धूम्रपान से परहेज करना होगा। तंबाकू सेवन की वजह से गले और मुंह का कैंसर भी बढ़ा है। दांतों के शॉर्प होने की वजह से जबान और गाल में रगड़ लगने से भी घाव हो जाता है जो देखरेख के अभाव में कैंसर का कारण बन जाता है। बार-बार मुंह में घाव होना भी कैंसर का कारण हो सकता है। युवा पीढ़ी को जंक फूड से परहेज करना चाहिए। यह बातें 100 शैय्या ज़िला संयुक्त चिकित्सालय में गोष्ठी के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुलदीप कुमार यादव ने कहीं।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) की ओर से वर्ष 2022 में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 14.61 लाख लोग कैंसर ग्रस्त हैं। भारत में हर 9 में एक महिला एवं पुरुष को कैंसर का खतरा होता है। वहीं कैंसर स्टैटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 63 प्रतिशत मृत्यु गैर संचारी रोगों से हो रही है। इसमें 9 प्रतिशत का कारण कैंसर है।
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डॉ यादव ने बताया की कैंसर की जानकारी तब हो पाती है जब तीसरी या चौथी स्टेज होती है। अगर लोग जागरूक हो तो कैंसर को पहली स्टेज पर ही फैलने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुरुषों को होने वाले कैंसर में सबसे अधिक 16 प्रतिशत मुंह के एवं लगभग 8 प्रतिशत फेफड़ो के कैंसर के मरीज होते हैं। वहीं महिलाओं में सबसे अधिक 26 प्रतिशत स्तन और18 से 19 प्रतिशत सरवाईकल यानि गर्भाशय कैंसर के मरीज होते हैं। पिछले कई वर्षो में कैंसर के इलाज में काफी प्रगति हुई है।
इस दौरान चिकित्सालय प्रबंधक डॉ सुनील पाल सहित डॉ राजीव रस्तोगी, डॉ देवेंद्र सिंह, डॉ शशांक प्रजापति सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
कैंसर से बचाव के उपाय
• धूम्रपान, तम्बाकु, सुपारी, चना, पान, मसाला, गुटका, शराब आदि का सेवन न करें।
• विटामिन युक्त और रेशे वाला (हरी सब्जी, फल, अनाज, दालें) पौष्टिक भोजन खाएं।
• कीटनाशक एवं खाद्य संरक्षण रसायणों से युक्त भोजन धोकर खाएं।
• अधिक तलें, भुने, बार-बार गर्म किये तेल में बने और अधिक नमक में सरंक्षित भोजन न खाएं।
• अपना वजन सामान्य रखें।
• नियमित व्यायाम करें नियमित जीवन बिताएं।
• साफ-सुथरे, प्रदूषण रहित वातावरण की रचना करने में योगदान दें।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर