लखनऊ। आज दिनांक 24 अगस्त 2022 को केंद्रीय विद्यालय आरडीएसओ लखनऊ में सत्र 2022 23 के छात्र परिषद का अलंकरण समारोह पूरे उत्साह,उमंग एवं सम्मान के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार उपस्थित थे। उप प्राचार्य अजय शंकर शुक्ला एवं मुख्य अध्यापिका अंजू अरोड़ा विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थी।
]कार्यक्रम का शुभारंभ वाग्देवी मां सरस्वती की वंदना के साथ किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के होनहार छात्र छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में एक मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया। छात्राओं ने अतिथियों को बैज लगाकर उन्हें कार्यक्रम का अभिन्नत अंग बनाया। विद्यालय के सीसीए प्रभारी डॉक्टर के. पी. सिंह ने छात्र परिषद के गठन एवं इसकी उपयोगिता पर विहंगम प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकों के समूह ने संगठन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए कुल 64 बच्चों को छात्र परिषद में शामिल किया है। चुने हुए बच्चों का व्यक्तित्व परीक्षण, समूह वार्ता, शैक्षिक उपलब्धि , शिक्षणेत्तर क्रियाकलापों में भागीदारी , नेतृत्व क्षमता आदि का भी मूल्यांकन किया गया।
विद्यालय कप्तान के रूप में मास्टर हर्ष श्रीवास्तव 12वीं वाणिज्य वर्ग, विद्यालय कप्तान बालिका कुमारी जाह्नवी मिश्रा 12वीं वाणिज्य वर्ग , विद्यालय उप कप्तान बालक के रूप में मास्टर कौस्तुभम नारायण दीक्षित, उप कप्तान बालिका के रूप में कुमारी अनुष्ठा दीक्षित, विद्यालय क्रीडा कप्तान के रूप में मास्टर सिद्धार्थ 12वीं मानविकी वर्ग एवं क्रीडा कप्तान बालिका के लिए कुमारी आकांक्षा सिंह 12वीं विज्ञान वर्ग को सर्वसम्मति से चुना गया।
इसी प्रकार से प्रत्येक सदन से सदन कप्तान सदन उपकप्तान, सदन क्रीडा कप्तान, सदन सीसीए कप्तान सदन प्रीफेक्ट का चयन किया गया। मुख्य अतिथि महोदय ने छात्र परिषद के छात्र छात्राओं को उनके पद, गोपनीयता एवं कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई।
मुख्य अतिथि ने सभी चुने गए पदाधिकारियों को बैज लगाकर एवं सैश पहनाकर सम्मानित किया। इसी क्रम में कक्षा अनुवीक्षकों, स्वच्छता अग्रदूत एवं प्रीफेक्ट को भी बैज प्रदान किए गए। सभी सद्नाध्यक्षो को उनके सदन के कप्तान, उप कप्तान एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ सदन ध्वज एवं बैज प्रदान किए गए। अपने उदबोधन में प्राचार्य महोदय ने सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनकी जिम्मेदारी एवं कर्तव्य के प्रति आगाह किया। प्राचार्य महोदय ने कहा कि नेतृत्व का गुण कई गुणों का एक समूह होता है। यह जन्मजात न होकर समाज में अनुभवों एवम अपने कौशल के माध्यम से तराशत जाता है लेकिन इसके लिए रुचि एवम लगन का होना नितांत आवश्यक है।
उन्हें दिए गए बैज काफी मायने रखते हैं, इन बच्चों को कोई भी ऐसा कार्य एवं व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे कि विद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचे। उनका व्यवहार उनका अनुशासन, कार्य करने की शैली उनकी निष्ठा जूनियर बच्चों के लिए अनुकरणीय होना चाहिए। विद्यालय प्रशासन का सहयोग करने में छात्र परिषद की अहम भूमिका होती है विशेष रुप से विद्यालय में अनुशासन को बनाए रखने में , विभिन्न कार्यक्रमों के सफल आयोजन में तथा विद्यालय प्रशासन एवं छात्रों के बीच एक कड़ी के रूप में छात्र परिषद की अहम भूमिका होती है।
उप प्राचार्य ने छात्र परिषद के सदस्यों से कहा कि वो पर्यावरण के संरक्षण लिए भी आगे आएं, स्वच्छता के मुहिम को शिखर तक ले जाएं, ना तो स्वयं गंदगी फैलाएं और ना ही अन्य बच्चों को ऐसा करने दें, छोटे बच्चों को प्यार के साथ समझाएं और उन्हें भी उनकी छोटी छोटी जिम्मेदारी का एहसास कराएं। अन्य बच्चों को ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगना चाहिए कि छात्र परिषद के सदस्य बैज पाकर प्रशासक की भूमिका में आ गए हैं। ध्यान रहे कि छात्र परिषद का कार्य विद्यालय प्रशासन को सहयोग करना है जिससे कि विद्यालय प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के शिखर तक पहुंचे।
सीसीए प्रभारी डॉक्टर के. पी. सिंह ने छात्र परिषद के लिए तैयार किए गए चार्टर आफ ड्यूटीज को परिषद के समक्ष पढ़ा एवं आह्वान किया कि सभी पदाधिकारी अपने कर्तव्यों का, जिम्मेदारी का पूरी इमानदारी एवं लगन के साथ अनुपालन करेंगे। आज के कार्यक्रम में प्राथमिक विभाग के बच्चों का भी छात्र अलंकरण समारोह अर्शी मैडम के द्वारा संपन्न कराया गया। पदाधिकारियों को बैज प्रदान कर, सैस पहनाकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अध्यापिका ने प्राथमिक विभाग के बच्चों को उनके चयन हेतु बधाई दिया और कहा कि उनके अंदर भी नेतृत्व के अनेक ऐसे गुण हैं जो आगे चलकर उन्हें अच्छा लीडर बनने में मदद करेंगे। छोटे बच्चों का आह्वान करते हुए मैडम ने कहा कि प्राथमिक विभाग के पदाधिकारी भी विद्यालय को सुचारू रूप से संचालित करने में अपना अमूल्य सहयोग देंगे। अच्छी आदतों को अपनाएंगे और इसके लिए अन्य बच्चों को भी प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम का उत्कृष्ट आयोजन एवम संचालन डॉक्टर के. पी. सिंह द्वारा किया गया। श्री एच. एन. दुबे ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और सभी अतिथियों शिक्षकों, बच्चों एवं कार्यक्रम प्रभारी के प्रति आभार व्यक्त किया।