• विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकार में भी आगे- कुलपति
• विश्वविद्यालय में तीन भवनों और अशोक स्तंभ का हुआ लोकार्पण
• स्वदेशी मेले का भी हुआ आयोजन
लखनऊ। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चिंतन में संपोषित विकास की अवधारणा विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ द्वारा आयोजित की गई। इसके साथ ही अशोक स्तंभ और लाइब्रेरी समेत तीन भवनों का लोकार्पण एवं हस्तनिर्मित स्वदेशी मेला का उद्घाटन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किया गया।
संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश को दुनिया में आगे करना है, तो इसके लिए उत्तर प्रदेश को आगे करना होगा, इस कार्य में पूर्वांचल विश्वविद्यालय का बड़ा योगदान होगा, यह विश्वविद्यालय शोध का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम स्वदेशी उत्पादन के क्षेत्र में जितना आगे जायेंगे ,हमारी अर्थव्यवस्था उतनी ही मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि पिछड़े गांवों को विकसित गाँव करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना को उत्तर प्रदेश पूरा कर रहा है, यहीं पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सपना था कि अंतिम व्यक्ति तक विकास की पहुंच हो। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में महापुरुषों के नाम पर कई केंद्र खुलने का असर यह है कि हम उनसे ऊर्जा लेकर शोध की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय निरंतर आगे बढ़े, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षा के साथ ही महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक कार्यों से एक अलग छवि का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कौशल विकास केंद्र के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है, कुलपति ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं खेल मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द्र यादव को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। स्वागत भाषण प्रो. मानस पांडेय संचालन डॉ. गिरिधर मिश्र एवं आयोजन सचिव डॉ. अनुराग मिश्र रहे। उपमुख्यमंत्री ने रज्जू भैय्या भौतिकी शोध संस्थान, केंद्रीय पुस्तकालय के नवीन भवन, अशोक सिंघल परंपरागत शोध संस्थान और मुख्य द्वार के सामने बने अशोक स्तंभ का लोकार्पण किया। उन्होंने रज्जू भैय्या परिसर में आयोजित स्वरोजगार मेला का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर विधायक रमेश मिश्र, भाजपा जिला अध्यक्ष पुष्पराज सिंह, कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिवगण अमृतलाल, श्रीमती बबिता सिंह, अजीत प्रताप सिंह, दीपक सिंह, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो.अजय प्रताप सिंह ,प्रो. वंदना राय, प्रो.राम नारायण, प्रो.अजय द्विवेदी, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो.देवराज सिंह, प्रो. रवि प्रकाश, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो.रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ विजय सिंह, डॉ. राहुल सिंह, डॉ. राकेश यादव, डॉ. विजय तिवारी, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. रसिकेश, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. सुनील कुमार, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ. विनय वर्मा, मंगला प्रसाद यादव आदि उपस्थित थे।
तीन पुस्तकों का किया विमोचन
संगोष्ठी में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने डॉ. मनोज मिश्र एवं डॉ. सुधीर उपाध्याय द्वारा सम्पादित पुस्तक एनवायरमेंटल कम्युनिकेशन- लैब टू लैंड, प्रो. मानस पाण्डेय द्वारा सम्पादित दीनदयाल उपाध्याय का युग बोध, प्रो मानस पाण्डेय एवं डॉ आशुतोष सिंह द्वारा सम्पादित पुस्तक टूरिज्म इन इंडिया चौलेंजेज एंड अपारच्युनिटी पुस्तक का विमोचन किया।
उपमुख्यमंत्री ने तीन भवनों का किया लोकार्पण
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय परिसर में मुख्य द्वार पर लगे अशोक स्तम्भ, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भईया) भौतिकीय अध्ययन एवं शोध संस्थान, विवेकानन्द केन्द्रीय पुस्तकालय के नवीन भवन एवं उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संस्थान के समीप अशोक सिंघल परम्परागत विज्ञान एवं तकनीकी संस्थान का लोकार्पण किया।
हस्त निर्मित स्वदेशी मेला लगा
विश्वविद्यालय परिसर में हस्त निर्मित स्वदेशी मेला का आयोजन किया गया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मेले का उद्घाटन किया। विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 26 स्टाल लगाए थे, उपमुख्यमंत्री ने स्टालो का निरीक्षण किया एवं कम समय में इतना बढ़िया मेला लगाने पर आयोजक मण्डल की प्रशंसा की। इसका संयोजन महिला अध्ययन केंद्र एवं कौशल विकास केंद्र द्वारा किया गया था, जिसका संयोजन डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव ने किया।