भारत और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के बीच राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरे होने की खुशी में यहां पुराना किला में आयोजित तीन दिवसीय संगीत समारोह का रविवार को समापन हुआ। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सांस्कृतिक संगठन सहर के सहयोग से आसियान-भारत संगीत समारोह का आयोजन किया।
2022 को आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में चिह्नित करते हुए इस संगीत समारोह का आयोजन हुआ। विदेश मंत्रालय ने संगीत समारोह के लिए कई आसियान देशों की मेजबानी की, जिनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम और सिंगापुर शामिल रहे।
कार्यक्रम में भारतीय कलाकारों में पापोन, जोनिता गांधी, अमर जलाल, राघव मित्तल और विशाल एवं शेखर की प्रसिद्ध जोड़ी ने शानदार प्रस्तुति दी। इसके अलावा आसियान देशों से कुल 10 बैंडों ने प्रस्तुति दी, जिनमें वियतनाम की ट्राई मिन्ह की चौकड़ी (क्वार्टेट), मलेशिया की इंस्टामुजिका, ब्रुनेई की एम्प्टी वॉलेट के साथ ही सिंगापुर से लाइनिंग बैंड और इंडोनेशिया से रियाउ रिदम शामिल रहे।
इस संगीत समारोह के समापन के बाद विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट किया आसियान-भारत सांस्कृतिक जुड़ाव को बढ़ावा मिला। पुराना किला में आसियान-भारत संगीत कार्यक्रम के समापन समारोह में #आसियान और #भारत के बैंड की शानदार प्रस्तुति देखी। आसियान-भारत संबंधों और हमारे गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाया।
इस संगीत समारोह का दूसरा संस्करण भारत और विभिन्न आसियान देशों के बीच सांस्कृतिक संपर्क का एक प्रमुख उदाहरण है। संगीत सांस्कृतिक जुड़ाव का एक माध्यम है और इसके जरिए भारत आसियान देशों के साथ अपने संबंधों को और सुदृढ़ कर सकता है। उदाहरण के तौर पर देखें तो संगीत के जरिए प्राचीन हिंदू सभ्यता को संजोए #वियतनाम और #थाईलैंड के साथ भारत का सांस्कृतिक जुड़ाव और मजबूत हुआ है। सांस्कृतिक जुड़ाव के माध्यम से भारत और दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र के बीच घनिष्ठ संबंध बन गए हैं। इस प्रकार भारत और आसियान के बीच भविष्य की साझेदारी समय के साथ और आगे बढ़ती रहेगी।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी