बिधूना/औरैया। गेहूं की फसल की बुवाई का समय चल रहा है। ऐसे में समितियों पर किसानों को डीएपी खाद न मिल पाने से किसान परेशान हैं। समितियों पर जो डीएपी खाद आ रही है, उसे कुछ किसानों को बांटकर स्टाक निल बता आम किसानों को लौटा दिया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि प्रभारी द्वारा चहेते किसानों को बड़ी मात्रा में डीएपी खाद बांट दी गयी और उन्हें बिना डीएपी खाद के लौटा दिया गया है।
विकास खंड की सहकारी समिति ताजपुर में रविवार की शाम को 300 बोरी डीएपी खाद आयी थी। सोमवार को खाद बांटने का डीडी नम्बर मिला। उसके बाद मंगलवार की सुबह से डीएपी खाद का वितरण होना था। मगर समिति पर खाद होने की जानकारी होने पर जब तक आसपास के किसान पहुंचे तब तक वहां पर डीएपी खाद समाप्त हो गयी। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रभारी ने अपने चहेतों को बुलाकर बड़ी मात्रा में उन्हें डीएपी खाद उठवा दी। वह लोग जब समिति पर पहुंचे तब भी कुछ किसान 10 से 15 बोरी तक डीएपी लेकर जा रहे थे और उन लोगों को एक बोरी भी डीएपी की नहीं मिल सकी है।
किसानों ने कहा कि समितियों पर डीएपी खाद आ रही है और प्रभारी द्वारा अपने चहेतों को बुलाकर उन्हें खाद दी जा रही है। जबकि उन लोगों को #डीएपी नहीं मिल पा रही है। कहा कि उन्हें डीएपी खाद नहीं मिलेगी तो वह गेहूं की बुवाई नहीं कर पायेंगे। किसानों बताया कि जब वह समिति पर पहुंचे तो प्रभावशाली लोग व प्रभारी के चहेते किसानों ट्रेक्टर व ई-रिक्शा पर डीएपी लादकर ले जा रहे थे। जब हम लोगों ने डीएपी खाद के लिए चैक दी तो खाद न होने की बात कहते हुए चैक वापस कर दी।
जरियापुर निवासी किसान अरविन्द ने बताया कि वह ताजपुर समिति पर लगभग 12:30 डीएपी खाद पहुंचे थे। प्रभारी को चैक देते हुए डीएपी खाद के लिए बोला तो उन्होंने खाद खत्म होने की बात कहते हुए चैक वापस कर दी।जबकि अपने चहेतों में किसी को 10 तो किसी को 15 बोरी तक खाद दे दी।
माछीझील निवासी किसान देवेन्द्र सिंह ने बताया कि समिति पर डीएपी लेने आया था। लेकिन बताया गया कि 3 घंटे में ही खाद खत्म हो गई। आरोप लगाया कि चाहते किसानों बुलाकर पहले ही डीएपी खाद दे दी गयी।
ताजपुर निवासी किसान सद्दीक ने बताया कि वह भी डीएपी खाद लेने आया था। मगर प्रभारी ने बताया गया कि डीएपी खाद खत्म हो गयी। अब 27 तारीख को मिलने की बात कह रहे हैं।
सहकारी समिति ताजपुर के खाद वितरण प्रभारी अरूण कुमार ने बताया कि रविवार की शाम को समिति पर 300 बोरी डीएपी खाद आयी थी। सोमवार को खाद वितरण हेतु डीडी नम्बर मिला। मंगलवार को डीएपी खाद का वितरण शुरू किया तो किसानों की भारी भीड़ लगी थी। मात्र तीन घंटे में पूरी खाद समाप्त हो गयी। सभी किसानों को चैक से खाद दी गयी है। बताया कि समितियों को जबरदस्ती नैनो यूरिया दी जा रही है। जिसे किसान नहीं ले रहे हैं और मंहगी भी पड़ रही है। कहा कि समितियों पर नैनो यूरिया देना बंद किया जाये।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन/राहुल तिवारी