गुजरात विधानसभा चुनाव में 12 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बागी नेताओं ने पार्टी को झटका दिया है और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है. इसमें छह बार के विधायक मधु श्रीवास्तव और दो पूर्व विधायक शामिल हैं, जो आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट नहीं दिए जाने से नाराज थे. इसके बाद गुजरात में सत्ताधारी बीजेपी (BJP) एक्शन में आ गई है और 12 नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की यह कार्रवाई एक दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण में निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल करने के लिए सात बीजेपी नेताओं (BJP Leaders) को निलंबित किए जाने के कुछ दिनों बाद की गई है.
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 5 दिसंबर को 93 सीटों पर मतदान होना है और उसके लिए #नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 21 नवंबर थी. लेकिन, 21 नवंबर तक बीजेपी के किसी भी बागी नेता ने अपना नाम वापस नहीं लिया और इसके बाद पार्टी ने एक्शन लेते हुए सभी को निलंबित कर दिया.
भाजपा प्रदेश इकाई ने एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी और बताया कि गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल द्वारा 12 नेताओं को निलंबित किया गया है. पार्टी ने बताया कि ये 12 नेता आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव के 5 दिसंबर के दूसरे चरण की सीटों पर पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया है.
नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख निकलने के बाद अब ये सभी 12 नेता अब उत्तर और मध्य गुजरात से बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. इन नेताओं में वाघोडिया (वडोदरा जिले) सीट के मौजूदा विधायक #मधु_श्रीवास्तव के अलावा पाडरा के पूर्व विधायक दीनू पटेल और बायड के पूर्व विधायक धवलसिंह जाला भी शामिल हैं. इसके अलावा बीजेपी ने कुलदीपसिंह राउल (सावली), खाटूभाई पागी (शेहरा), एस एम खांट (लूनावाडा), जे पी पटेल (लूनावाड़ा), रमेश जाला (उमरेठ), अमरशी जाला (खंभात), रामसिंह ठाकोर (खेरालू), मावजी देसाई (धनेरा) और लेबजी ठाकोर (डीसा निर्वाचन क्षेत्र) को भी निलंबित कर दिया है.