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प्रभावशाली सहयोगियों व धर्म गुरुओं को किया जागरूक, टीकाकरण के प्रति जागरूक करने के लिए यूनीसेफ के सहयोग से आयोजित हुआ कार्यक्रम

औरैया। जनपद के 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय सभागार में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बुधवार को ज़िले के धर्म गुरुओं, प्रभावशाली व सहयोगी व्यक्तियों की बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अर्चना श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई । इस दौरान धर्मगुरूओं से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग मांगा गया। सीएमओ ने बताया कि विशेष टीकाकरण अभियान जनपद में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेहत की बेहतरी के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है, इसलिए टीककारण पर ध्यान दें और शत प्रतिशत टीकाकरण करवाएं।

सीएमओ ने बताया कि टीकाकरण से वंचित वैब (वैक्सीन अवॉइडेंस बिहैवियर) झिझक/उदासीन परिवारों को प्रेरित किया जा रहा है। टीकाकरण बच्चे के रोग प्रतिरोधक तंत्र को मजबूत बनाता है और उन्हें विभिन्न जीवाणु तथा विषाणुओं से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। पांच साल में सात बार टीके लगाए जाते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस कार्य में प्रत्येक परिवार का सहयोग जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ परिवार टीकाकरण को लेकर असहज महसूस करते हैं और उदासीनता बरतते हुए टीकाकरण में भाग नहीं लेते हैं। ऐसे परिवारों को चिह्नित करते हुए उन्हें जागरूक करें।

यूनिसेफ के #डीएमसी (डिस्ट्रिक्ट मोबलाइजेशन कोआर्डिनेटर) नरेंद्र शर्मा ने बताया कि नियमित टीकाकरण 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है। इनमें टीबी, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, काली खांसी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हिमोफिल्स इफलुएंजा बी, निमोनिया, दस्त, खसरा व रूबेला और दिमागी बुखार आदि शामिल हैं । कार्यक्रम में इन बीमारियों से बचने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और बताया कि नियमित #टीकाकरण नही कराने से बच्चे इन बीमारियों से ग्रसित होते हैं।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राकेश सिंह ने बताया कि बच्चों को विभिन्न बीमारियों से लड़ने में टीकाकरण सहायक साबित हो रहा है। अभिभावकों को यह बात समझने की आवश्यकता हैं। हालांकि, लोगों में जागरूकता आने से जिले के टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बच्चों का टीकाकरण कराकर बच्चों को एक स्वस्थ जीवन जीने व जानलेवा बीमारियों से बचाने का अधिकार दे सकते हैं।

डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ. चेतन शर्मा ने बताया कि टीकाकरण कार्ड को सुरक्षित रखना है। जब बच्चे को अगले टीकाकरण के लिए केंद्र पर ले जाएँ तो टीकाकरण कार्ड जरूर साथ लेकर जाएँ और हमेशा टीकाकरण कार्ड साथ रखें। यदि अगले टीकाकरण तारीख के दौरान कहीं यात्रा कर रहे हैं तो ऐसे में टीकाकरण कार्ड के ज़रिए देश में कहीं भी अपने बच्चे/गर्भवती का टीकाकरण करा सकते हैं। टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं को देखने के लिए लाभार्थी केंद्र पर 30 मिनट का इंतज़ार करें , इसके बाद घर वापस जाएं।

बैठक में उपस्थित शहर काजी आरिफ़ रहमानी ने अपील की कि समाज के हर वर्ग व समुदाय को अपने बच्चों का टीकाकरण निर्धारित समय पर अवश्य कराना चाहिए साथ ही कहा कि इस्लाम में भी सेहत के विषय में कहा गया है कि एक स्वस्थ व्यक्ति ही समाज की सेवा कर सकता है और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है लिहाजा दीन के दृष्टिकोण से भी टीकाकरण कराना आवश्यक है। बैठक में उपस्थित प्रभावशाली सहयोगियों सहित एसीएमओ शिशिर पुरी, बीएमसी, एसएम नेट यूनिसेफ , यूएनडीपी के वीसीसीएम सतेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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