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बिधूना में मनाया गया संविधान दिवस, स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का पाठ और संवैधानिक मूल्यों पर हुई चर्चा

• शपथ के साथ भाषण आदि गतिविधियों का हुआ आयोजन

बिधूना। तहसील क्षेत्र के श्री गजेन्द्र सिंह पब्लिक इंटर कालेज व नेहरू स्मारक इंटर कालेज कैथावा में शनिवार को संविधान दिवस मनाया गया। #संविधान_दिवस के अवसर पर स्कूल में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्राओं ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और इसकी रक्षा करने की शपथ ली।

इस दौरान विद्यालयों में बच्चों को संविधान की रक्षा की शपथ दिलाने के साथ भाषण व निबंध आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसके बाद उन्हें प्रोत्साहित किया गया। विद्यालयों में छात्राओं ने राष्ट भक्ति गीत भी प्रस्तुत किये।

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श्री गजेन्द्र सिंह पब्लिक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य दिनेश प्रताप सिंह यादव ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान तैयार किया गया था। भारत के संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। एक भारतीय नागरिक होने के नाते आपको समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति एवं शिक्षा से संबंधित अधिकार मिले हुए है। यदि आप के किसी भी अधिकार का हनन होता है, तो आपको संवैधानिक उपचारों का भी अधिकार प्राप्त है।

विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक सूर्यवंश सिंह सेंगर ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित एवं व्यापक संविधान है। हमारा संविधान एक वैज्ञानिक संहिता एवं राष्ट्रीय धरोहर है। भारतीय संविधान की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह जितना कठोर है उतना ही लचीला भी है। देश की प्रगति में भारतीय संविधान की भूमिका सराहनीय है।

इस मौके पर एनसीसी शिक्षक गौरव कुमार गुप्ता, राकेश त्रिपाठी, धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा, अशोक कुमार, सूर्यभान, राजेश कुमार, ज्योति प्रकाश यादव, रंजना सिंह सेंगर, गरिमा चैहान, निधि तिवारी, श्वेता यादव, शैलेन्द्र सिंह सेंगर आदि शिक्षक मौजूद रहे।

नेहरू स्मारक इंटर कालेज कैथावा के प्रधानाचार्य ब्रह्मदेव त्रिपाठी ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से कहा कि हम सभी को संविधान के जनक डाॅ. भीमराव आम्बेडकर को नमन करना चाहिए। साथ ही उनके बताये गये आदर्शों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में संविधान के आदर्शों की रक्षा करना हमारा पहला दायित्व होना चाहिए।

मूल्यों, नीतियों, सिद्धांतों और कानून का अक्षरशः पालन ही संविधान की रक्षा है और यह देश के हर नागरिक की जिम्मेवारी है। यहां पर सुधीर कुमार सिंह, चन्द्रवर्धन प्रताप देव, आरती, अनीता यादव, रानी वर्मा, दिलीप कुशवाहा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – राहुल तिवारी

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