ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक सपना किसी न किसी बात का संकेत होता है। विशेष कर यदि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में या सूर्योदय के समय देखे गए सपने सही होते हैं। यदि आपको सुबह के समय स्वप्न में भगवान शिव या #हनुमानजी के दर्शन हो तो यह अपने आप में बहुत खास स्वप्न बन जाता है। जानिए ऐसे स्वप्नों का क्या अर्थ होता है।
यदि स्वप्न में हनुमानजी दिखें तो यह बहुत ही असाधारण स्वप्न है। वह किस रूप में और किस मुद्रा में दिख रहे हैं, इससे आप जान सकते हैं कि सपना आपके लिए कैसा रहेगा। ज्योतिष में हनुमान जी या महादेव को देखना शुभ ही माना गया है। यदि वे क्रोधित अवस्था में दिखाई दें तो भी इसे शुभ ही मानना चाहिए। विद्वानों के अनुसार ऐसा सपना किसी भूल को सुधारने का संकेत होता है।
यदि आपको स्वप्न में हनुमानजी की प्रतिमा दिखाई दें तो यह अत्यन्त शुभ है। इसका अर्थ है कि बहुत जल्दी आपको बड़ी सफलता मिलने वाली है। यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसमें विजय मिलती है, एग्जाम है तो उसमें सफलता मिलती है। इस प्रकार ऐसा स्वप्न व्यक्ति के संकट दूर होने और सौभाग्य के आगमन का प्रतीक है।
- स्वप्न में यदि आपको हनुमानजी की पूजा होती दिखाई दे तो यह भी बहुत ही शुभ संकेत है। इसका अर्थ है कि बहुत जल्द आपके घर में कोई बड़ा मांगलिक कार्य होने वाला है। यह किसी तरह का धार्मिक आयोजन हो सकता है या पारिवारिक उत्सव हो सकता है।
- स्वप्न में कई लोगों को पंचमुखी हनुमानजी भी दिखाई देते हैं। उनके इस रूप को देखने का अर्थ है कि बहुत जल्दी आपके सभी मनोरथ पूर्ण होंगे, समस्त शत्रु परास्त होंगे और आप पर भगवान की विशेष कृपा होगी।
- कई बार स्वप्न में बजरंग बली का बाल रूप भी दिखाई देता है। यह भी अतिउत्तम माना गया है। ऐसा स्वप्न आने का अर्थ है कि आप बहुत जल्द कोई नई विद्या सीख सकते हैं, किसी नए प्रोजेक्ट को शुरू कर सकते हैं। परन्तु आप जिस भी कार्य को आरंभ करेंगे, उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
- कई बार लोगों को स्वप्न में हनुमानजी रौद्र रूप में या क्रोधित रूप में भी दिखाई देते हैं। ऐसा रूप डरावना भी हो सकता है। ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Tips) के अनुसार ऐसा स्वप्न आने का अर्थ है कि आपने कोई बड़ी भूल कर दी है। यह स्वप्न उसी भूल को सुधारने का संकेत है। इस स्वप्न के आने पर आप जितना जल्दी हो सकें, अपनी भूल को सुधार लें तो बेहतर होगा।
- कई बार स्वप्न में व्यक्ति खुद को किसी कीर्तन में बैठे हुए और हनुमानजी का प्रसाद खाते हुए भी देखता है। इस स्वप्न को अत्यधिक शुभ माना गया है। इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति के समस्त कार्य बनने का समय आ चुका है। अब उसको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक पाएगा। इस सपने को देखने वाला व्यक्ति न केवल भौतिक जगत में बल्कि आध्यात्मिक जगत में भी बहुत आगे बढ़ जाता है।