लखनऊ। आज बीएसएनवी पीजी कालेज चारबाग के प्राणि विज्ञान विभाग में बीएससी एंव एमएससी के छात्र छात्राओं ने राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया। वर्तमान समय में मानवीय अस्तित्व के लिए सबसे बड़े संकट के रूप में पर्यावरण प्रदूषण धरती के लिए खतरा बना हुआ है। जीवमंडल का सम्पूर्ण पारिस्थितिक तंत्र #प्रदूषण के कारण संकट में है। इसी संकट को दूर करने के लिए सरकार प्रतिवर्ष राष्ट्रीय प्रदूषण दिवस के माध्यम से देश के नागरिकों को जागरूक करती है।
प्रदूषण वह स्थिति होती है जब पारिस्थितिकी तंत्र (जल, स्थल, वायु) में विभिन्न अवयवों की मात्रा निर्धारित संतुलन सीमा से अधिक हो जाती है, जिसके कारण संपूर्ण तंत्र का संतुलन बिगड़ जाता है एंव पारिस्थितिकी तंत्र का अस्तित्व संकट मे आ जाता है। प्रदूषण के कारण जैवीय घटकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है एंव पूरे तंत्र में असंतुलन की स्थिति पैदा हो जाती है।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ तबरेज़ अहमद ने छात्रों को बताया कि यह दिवस लोगों में प्रदूषण के बारे में जागरूकता पैदा करने तथा भोपाल गैस त्रासदी की याद में मनाया जाता है। इसी दिन 2 दिसम्बर 1984 को भोपाल में यूनियन कार्बाइड केमिकल प्लांट से मेथिल आइसोसाइनेट (#MIC) नामक जहरीली गैस का रिसाव हुआ था जिसके कारण लगभग 2500 लोग मारे गए थे। इसे इतिहास की सबसे बड़ी औधोगिक प्रदूषण आपदाओं में से एक के रूप में दर्ज किया गया है।
इस अवसर पर विभाग की विभागाध्यक्ष डा अमृता सिंह ने बताया कि छात्रों एंव लोगों को जागरूक कर प्रदूषण को नियत्रंण में किया जा सकता है जैसे सौर ऊर्जा का अधिकाधिक उपयोग, सार्वजनिक वाहनों का उपयोग, पलास्टिक का कम उपयोग कर, पानी की बचत करके, अधिकाधिक वृक्षारोपण करने से किसी हद तक प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है।
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इस अवसर पर विद्यार्थियो ने अपने व्याख्यान भी प्रस्तुत किये. इस अवसर पर विभाग के शिक्षक प्रो संजीव शुक्ल, प्रो बीना पी स्वामी, डा अशोक कुमार, डा आनन्द कुमार, डांबैरिस्टर कुमार गुप्ता, रीता सिंह रावत, डा शशि कान्त शुक्ल, डा विवेक कुमार दीक्षित, विवेक द्विवेदी, हरिकेश कुमार उपस्थित रहे।